हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने और वारंग क्षिति लिपि को मान्यता दिलाने की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों ने शुरू की पदयात्रा; 21 को राष्ट्र स्तरीय धरना में शामिल होने का लिया संकल्प…
सरायकेला:संजय मिश्रा
सरायकेला। आदिवासी हो समाज महासभा, आदिवासी हो समाज युवा महासभा, मानकी मुंडा संघ परिषद, झारखंड आंदोलनकारी मंच एवं कोल्हान शहीद सम्मान समिति ने संयुक्त रूप से सरायकेला स्थित दुर्गा मैदान से 300 किलोमीटर पदयात्रा का शुभारंभ किया।
आदिवासी हो समाज महासभा जिलाध्यक्ष गणेश गागराई, आदिवासी हो समाज युवा महासभा जिलाध्यक्ष विष्णु बानरा, मानकी मुंडा संघ परिषद जिला अध्यक्ष कोल झारखंड बोदरा, झारखंड आंदोलनकारी मंच कोल्हान संयोजक राजकिशोर लोहरा, कोल्हान शहीद सम्मान समिति अध्यक्ष शंकर सोय, जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी सरदार, संजय होनहागा, लखन देवगन, आदि संस्कृति एवं विज्ञान संस्थान जोड़ापोखर राष्ट्रीय अध्यक्ष दामोदर सिंह हांसदा सहित दर्जनों की उपस्थिति में पदयात्रा सरायकेला नगर पंचायत क्षेत्र के विभिन्न मार्गों से होती हुई बिरसा चौक पहुंची।
जहां विशुद्ध आदिवासी परंपरागत तरीके से पद यात्रियों का स्वागत सत्कार किया गया। बताया गया कि आगामी 21 अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर राष्ट्र स्तरीय धरना है। जिसके जन जागरण को लेकर 300 किलोमीटर की पदयात्रा कोल्हान में की जा रही है। इसके तहत दिल्ली के धरने में हो भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने और वारांग क्षिति लिपि को मान्यता दिलाने की मांग को लेकर पदयात्रा के माध्यम से जागरूकता और जनसंपर्क किए जा रहे हैं।