सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला में संस्कृति बोध परियोजना के अंतर्गत संकुल स्तरीय प्रश्न मंच प्रतियोगिता-2024 का हुआ आयोजन…
सरायकेला: संजय मिश्रा। सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला के प्रांगण में संस्कृति बोध परियोजना के अंतर्गत संकुल स्तरीय प्रश्नमंच प्रतियोगिता-2024 का आयोजन किया गया। जिसमें जिसमें संस्कृति ज्ञान, संस्कृत, अंग्रेजी, विज्ञान, वैदिक गणित, संगणक, कथा वाचन, आशु भाषण, मूर्ति कला और आचार्य पत्र वाचन विषय सम्मिलित रहा। सर्वप्रथम विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के सचिव रमानाथ आचार्य, कोषाध्यक्ष प्रसाद महतो, सदस्य गुरुचरण महतो, आदित्य दुबे, प्रधानाचार्य पार्थ सारथी आचार्य, सीनी, महालिमुरूप, बुरुडीह, बड़ाबंबो के प्रधानाचार्य के द्वारा द्वीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। वंदना के उपरान्त प्रधानाचार्य ने सभी आगंतुक छात्र-छात्राओं को प्रश्नमंच प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का संस्कृति से गहरा संबंध है। शिक्षा के माध्यम से ही संस्कृति को बदला जा सकता है। हमारा देश विश्व पटल पर संस्कृति की पहचान रखता है। संस्कृति बोध परियोजना विद्या भारती का प्राण है, इसकी महत्ता अतुलनीय है। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव रमानाथ आचार्य ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृति का अर्थ हमारे भावों, विचारों और कर्मों को परिष्कृत करना है। छात्र-छात्राओं में संस्कृति को बढ़ावा देना ही हमारा लक्ष्य है। इसके माध्यम से संकुल स्तरीय प्रश्न मंच प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से ही छात्र-छात्राओं के प्रतिभा में निखार लाना संभव है।
प्रतियोगिता में शिशु मंदिर सरायकेला, सीनु, महालिमुरुप, बुरूडीह और बड़ाबांबो के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिए। संस्कृति बोध शिशु वर्ग में प्रथम स्थान निखिल रंजन महतो, सूर्या राउत और प्रियांशु कुमार महतो को प्राप्त हुआ। द्वितीय स्थान पल्लवी महतो, सिमरन महतो और दीपा गोरैन, कथा वाचन शिशु वर्ग में सरायकेला की श्रीतीजा आचार्य को प्रथम, सीनी के पलक हालदार को द्वितीय स्थान तथा गुड्डी महतो को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।इसके साथ ही सभी विषयों में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को पुरष्कृत किया गया।
आचार्य पत्र वाचन में सरायकेला के डॉ.ब्रजेश आचार्य को प्रथम पुरस्कार से पुरष्कृत किया गया। अंत में विद्यालय के उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया।