एक साल पहले यास चक्रवाती तूफान के दौरान गिरे बिजली के खंभे को आज तक नहीं उठा पाया बिजली विभाग, डर के साये में हैं ग्रामीण….
सरायकेला: जिला समाहरणालय से छोटकाकड़ा होते हुए माठाडीह गांव जाने वाले रास्ते पर लगभग एक साल पहले गिरा बिजली के खंभे को आज तक बिजली विभाग द्वारा नहीं उठाया गया है. और ना ही चालू लाइन को ही डिस्कनेक्ट किया गया है।
इस बारे में जानकारी देते हुए छोटाकांकड़ा गांव के बुद्धिजीवी एवं दवा विक्रेता सुदर्शन बाजपेयी ने बताया कि पिछले साल मई महिने में आए यास चक्रवाती तूफ़ान की चपेट में आकर इस गांव में दो बिजली के खंभे गिर गए थे। जिनमे आज भी बिजली निर्बाध रूप से प्रवाहित हो रही है. एक खंभा गांव के टूना सामड के घर के सामने रोड पर गिरा है। और दूसरा गांव के ही टेम्पो डोगरा के निर्माणाधीन घर की दीवार पर गिरा है।
दोनो खंभों से बिजली प्रवाहित हो रही है. इस विषय पर बिजली विभाग को कई बार दूरभाष के माध्यम से सूचित भी किया गया है। लेकिन विभाग की लापरवाही की वजह से आज तक इस उठाया नहीं गया. रास्ते पर खंभे के गिर जाने से आने जाने वाले वाहनों को खेत में उतर कर जाना पड़ रहा है। और खंभों में बिजली तार से बिजली के प्रवाहित होने से हमेशा जान माल़ की क्षति होने के साथ बड़ी दुर्घटना की भी संभावना बनी हुई है. गांव वालो का कहना है कि खंभों के आस पास छोटे छोटे बच्चे खेलते रहते है।
जिसकी वजह से हमेशा डर लगा रहता है। सब काम करने वाले है हमेशा काम करने के लिए घर से बाहर रहते है और इधर बिजली के खंभे में बिजली रहने से हमेशा बच्चो के प्रति चिंता लगी रहती है.