सरायकेला-खरसावां (संजय मिश्रा) सरायकेला अनुमंडल के निवर्तमान एसडीपीओ और अब चतरा के एसपी राकेश रंजन को भावभीनी विदाई दी गयी. जिला पुलिस केंद्र में आयोजित विदाई समारोह में पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश सहित जिले के तमाम पुलिस पदाधिकारियों ने उन्हें पुष्पगुच्छ देकर और फूल मालाओं से लादकर चतरा एसपी के रूप में विदा किया. विदाई समारोह को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक सहित चांडिल एसडीपीओ, एसपी अभियान डीएसपी हेडक्वार्टर ने एसडीपीओ राकेश रंजन के साथ बिताए गए कार्यकाल और उसके अनुभवों को साझा करते हुए उन्हें बेहतर पुलिस पदाधिकारी और कुशल नेतृत्वकर्ता बताया। मौके पर सभी पदाधिकारियों ने राकेश रंजन के कार्यकाल की सराहना की। सबों ने उन्हें मिले नई जिम्मेदारियों की शुभकामनाएं भी दी. वहीं एसपी आनंद प्रकाश ने साथ बिताए छोटे से कार्यकाल की सराहना की और कहा कि ऐसे पुलिस पदाधिकारियों के साथ काम करने वाले किसी भी पदाधिकारियों को कभी कोई परेशानी नहीं हो सकता है.
चाहे केस का अनुसंधान हो, या अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर रणनीति बनानी हो. सभी में राकेश रंजन की शैली औरों से अलग रही. खासकर नक्सल विरोधी अभियान में उनकी भूमिका बेहद ही अहम रही. वही अपने विदाई संबोधन में आईपीएस अधिकारी राकेश रंजन ने अपनी तरक्की का श्रेय जिले के तमाम सहकर्मी पुलिस पदाधिकारियों देते हुए कहा, कोई भी पदाधिकारी तभी तरक्की कर सकता है, जब उसे सहकर्मियों का भरपूर साथ मिले. उन्होंने जिले में बिताए कार्यकाल को महत्वपूर्ण बताया और यहां से प्राप्त अनुभव को बतौर एसपी चतरा में प्रयोग करने की बात कही. हालांकि जाते-जाते उन्होंने यह भी कहा, कि अगर दोबारा मौका मिलेगा तो जिले में बचे हुए अधूरे कार्यो को पूरा जरूर करूंगा. वहीं उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान मीडिया कर्मियों से भी मिले सहयोग की सराहना की.
उन्होंने बताया, कि केस के अनुसंधान से लेकर हर तरह की समस्याओं पर जिले के पत्रकारों ने काफी सहयोग किया. यही कारण है, कि बतौर एसडीपीओ उनका कार्यकाल जिले में बेदाग रहा. इस दौरान द प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला- खरसावां की ओर से भी उन्हें पुष्पगुच्छ और शॉल ओढ़ाकर विदाई दी गई साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की मंगलकामना की गई। इस अवसर पर क्लब के अध्यक्ष मनमोहन सिंह राजपूत, उपाध्यक्ष प्रमोद सिंह, प्रवक्ता संजय मिश्रा, सह कोषाध्यक्ष सुदेश कुमार, सोशल मीडिया प्रभारी नवीन प्रधान एवं चंद्रमणी वैद्य मौजूद रहे.