Spread the love

सरायकेला। त्योहारी मौसम में खाद्य सुरक्षा को लेकर खाद्य जांच दल द्वारा राजखरसावां एवं खरसावां के दुर्गा पूजा पंडालों के आसपास लगाए गए खाद्य दुकानों, ठेला-खोमचे वाला की दुकानों का निरीक्षण किया। जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी डॉ मोइन अख्तर एवं सहायक निरीक्षक घनपत महतो द्वारा इस मौके पर नमकीन छानने के लिए उपयोग होने वाले तेल का ऑन द स्पॉट जांच किया गया।

 

घनपत महतो द्वारा बताया गया कि राजखरसावां के अधिकांश होटलों में कपड़ा रंगने वाले रंगों का मिलावट खाद्य पदार्थों में किया जा रहा था। सभी छोटे छोटे होटल एवं ठेला वालों ने जानकारी के अभाव में गलत रंगों का उपयोग करने की बात स्वीकार की। सभी को खाद्य जांच दल द्वारा मौके पर ही रंगों को पहचानने का तरीका बताया गया। और परमिटेड कलर का उपयोग लिमिट मात्रा में करने की छूट दी गई। बताया गया कि परमिटेड कलर के डब्बा में एफएसएसएआई का लाइसेंस नंबर अंकित होता है। उन्होंने बताया कि गलत रंगों का उपयोग से लीवर एवं किडनी रोग का खतरा बढ़ जाता है। आम जनों से भी अपील की गई कि रंगा हुआ खाद्य पदार्थों को खाने से बचें। ताकि शुद्ध खाद्य पदार्थों में रंग डाल कर उसे मीठा एवं धीमा जहर बनाने का प्रचलन को रोका जा सके।

Advertisements

You missed