Spread the love

जिला टास्क फोर्स नाममात्र दिन के उजाले सहित रात के अंधेरे में करवा रहे है खुलेआम अवैध बालू की लूट, अवैध कारोवारी को सहयोग पीपीपी का…..

सरायकेला खरसावां जिले के पुलिस कप्तान जिला खनन पदाधिकारी टास्क फोर्स एवं स्थानीय थाना के लाख चाहने के बावजूद भी नहीं रुक रहे हैं जिले में अवैध बालू का उत्खनन को रोक नही पा रहे है । जिला के नए एसपी से आम जनता की उम्मीद जगी थी आने से कि अवैध कारोबार पर अंकुश लगेंगे । वहीं नए थानेदार को जिस तरह के लोगों ने गुलदस्ता देकर स्वागत किया और उम्मीद बांध बैठे की क्षेत्र में अवैध कारोबार पर अंकुश लगेंगे परंतु ठीक उसके उल्टे नजर आ रहे हैं. अवैध कारोबार जिले में बेखौफ हो रहे हैं.

जिले में बालू उत्खनन अवैध कार्य को रोकने के लिए टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है. स्थानीय प्रशासन भी रोकने के लिए लगा हुआ है, जिला खनन पदाधिकारी सनी कुमार भी रोकने के लिए और कहने के लिए प्रयासरत हैं परंतु आम जनता के अनुसार सभी दिखाव प्रयास कर रहे हैं. रात के अंधेरे में तो होता ही है परंतु दिन के उजाले में भी सुबह 5 बजे से ही चालू हो जाता है अवैध बालू उत्खनन का कार्य जिसे प्रशासन जब चाहे सीसीटीवी कैमरा लगे मिश्रा ट्रेड सेंटर टीचर ट्रेनिंग मोड सिनेमा हॉल के पास के देख सकते हैं. खड़ा होकर वहां अगर निगरानी करें और जांच करें तो प्रतिदिन सैकड़ों गाड़ियां सरपट बालू लेकर दौड़ती नजर आ रही है. भले ही प्रशासन अपने आप को पीठ थपथपा ले कि अवैध कारोबार रोकने में सफल हैं. परंतु आम जनता की निगाहों में बिल्कुल असफल हैं. सनी कुमार के विरुद्ध भी सरायकेला खरसावां न्यायालय के आदेश पर सरायकेला थाना में खनन पदाधिकारी के विरुद्ध मामले भी दर्ज किए गए हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है.

बालू अवैध उत्खनन का कार्य गौरी घाट सॉपडा, असंगी आदित्यपुर, जयप्रकाश उद्यान सहित गम्हरिया आदित्यपुर आर आईटी थाना क्षेत्रों के विभिन्न क्षेत्रों में , चाण्डिल प्रखण्ड के शहरवेड़ा खुलेआम अवैध उत्खनन कार्य जारी है। जिससे झारखण्ड सरकार की लाखों रूपये की राजस्व की खुले आम जिला प्रशासन दिन के उजाले सहित रात के अंधेरे में भी खुलेआम अवैध रूप से उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। अवैध कारोवारीयों को राजनिति,स्थानीय पुलिस,और जिला के पदाधिकारियों का सहयोग देखनों को मिल रहा है ।

देखना यह है कि जिला खनन पदाधिकारी कब नींद से जागते हैं और स्थानीय एवं जिला प्रशासन कब करवाई करते हैं या यूं ही बालू माफिया अपनी ताल ठोकते रहेंगे स इस पूरे अवैध कारोबार को लेकर संवाददाता ने जब डीजीपी से संपर्क करने का प्रयास किया परंतु संपर्क नहीं हो सका

ए के मिश्र

Advertisements

You missed