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तीन दिनों के लुकाछिपी के बाद पहली बार रविवार को सामने आए नक्सलियों के थिंकटैंक प्रशांत बोस; पत्नी सहित अन्य चार साथियों के साथ गए जेल….

सरायकेला। एक करोड़ के इनामी हार्डकोर नक्सली लीडर और नक्सलियों के थिंकटैंक माने जाने वाले 72 वर्षीय प्रशांत बोस उर्फ किशन दा उर्फ बूढ़ा पुलिस की गिरफ्त में आने के तीन दिनों बाद पहली बार रविवार को पुलिस के पहरे के बीच नजर आए। इसे लेकर जिला पुलिस रविवार को प्रशांत बोस सहित उनकी पत्नी शीला एवं चार अन्य साथी विरेंद्र हांसदा, राजू टूडू, कृष्णा बाहदा एवं गुरुचरण बोदरा को लेकर भारी एवं कड़ी सुरक्षा के बीच सदर अस्पताल सरायकेला पहुंची।

जहां एसपी अभियान पुरुषोत्तम कुमार, डीएसपी चंदन कुमार वत्स, चांडिल एसडीपीओ संजय कुमार, इंस्पेक्टर राजेन कुमार एवं सरायकेला थाना प्रभारी मनोहर कुमार की मौजूदगी में सभी का बारी-बारी से मेडिकल जांच कराया गया। जिसके बाद सभी छहों को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में प्रस्तुत किया गया। जहां से न्यायिक अभिरक्षा में लेते हुए सभी को जेल भेज दिया गया। बताया गया कि सोमवार को जिला पुलिस नक्सली लीडर प्रशांत बोस को रिमांड में लेने के लिए न्यायालय से निवेदन करेगी।

डीजीपी के निर्देश पर चलाए गए अभियान में बेहद गोपनीय तरीके से हुई थी गिरफ्तारी :-

झारखंड पुलिस के डीजीपी के निर्देश पर बेहद गोपनीय तरीके से छापेमारी टीम तैयार कर सरायकेला टाटा मुख्य मार्ग पर बीते शुक्रवार को प्रशांत बोस को उनकी पत्नी और अन्य चार साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। जब वे सभी बिना किसी लाव लश्कर के गाड़ी से सामान्य नागरिक की तरह जा रहे थे।

नक्सलियों का सबसे बड़ा नेता रहा है प्रशांत बोस :-

प्रशांत बोस और किशन दा झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र राज्यों में एक सौ से भी अधिक नक्सली वारदातों का मास्टरमाइंड माना जाता रहा है। प्रशांत बोस पर कई राज्यों में इनाम घोषित है। पारसनाथ से सारंडा तक प्रशांत बोस को माओवादी कैडर कई नाम से जानते हैं। प्रशांत बोस पश्चिम बंगाल के 24 परगना का रहने वाला बताया जाता है। उसने टुंडी के नावाटांड़ की आदिवासी महिला शीला से विवाह किया है। बताया जा रहा है कि प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के पीछे झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा सहित कई राज्यों की पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां पिछले चार दशकों से भी ज्यादा समय से लगी थी। लेकिन वहां आज तक कभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था। कुछ वर्ष पहले उसके मौत की खबर भी आई थी। परंतु वह खबर झूठी निकली थी।

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