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ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी कोलाबीरा:

वीर बिरसा जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस पर यहां लगेगा ग्रामीण फुटबॉल का महाकुंभ, दो दिवसीय आयोजन में प्राचीन संस्कारों का होगा पुनरुत्थान।

नशापान से दूर डीम्ड एकेडमी के रूप में वर्ष 2000 में स्थापित ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी के फुटबॉलरों ने राष्ट्रीय स्तर पर लहराया है परचम…

सरायकेला -संजय मिश्रा

सरायकेला। क्षेत्र की प्रतिष्ठित ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी कोलाबीरा द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आगामी 15 एवं 16 नवंबर को वीर बिरसा जयंती एवं झारखंड स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर ग्रामीण फुटबॉल प्रतियोगिता का महाकुंभ आयोजित किया जाएगा। इसके तहत झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 15 नवंबर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम का उद्घाटन पद्मश्री छुटनी महतो द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार के जनजातीय कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा एवं विशिष्ट अतिथि श्रीमती मीरा मुंडा होंगे।

पहले दिन के आयोजन का शुभारंभ भगवान वीर बिरसा मुंडका माल्यार्पण कर किया जाएगा। जिसके बाद बच्चों के बीच खेलकूद और दौड़ प्रतियोगिता, युवाओं के बीच ओपन रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता, वृद्ध महिला एवं पुरुष तथा विवाह की महिलाओं के बीच विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता और उसके पश्चात अपराह्न 3:00 बजे से भुआँग नाच, पहाड़ी नाच, बराभूम शैली, सिंहभुम शैली, सरायकेला शैली एवं खरसावां शैली में छऊ नृत्य का प्रदर्शन किया जाएगा। 16 नवंबर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी होंगे। इस अवसर पर क्षेत्र के विलुप्त प्राय हो चली नृत्य, संस्कृति एवं संस्कारों के संरक्षण के तहत सभी परंपरागत कला सांस्कृतिक नाच-गान जैसे करम नाच, छेऊँगानी, काठी नाच, दासाँई नाच, बूढ़ी गाड़ी नाच, मुंडारी नाच, हो नाच, घोड़ा नाच, जाँत सहित अन्य प्राचीन पारंपरिक नृत्य एवं परंपरागत बाजा का प्रदर्शन किया जाएगा।

कोलाबीरा स्थित ग्रामीण फुटबॉल मैदान में आयोजित होने वाले उक्त भव्य आयोजन को लेकर ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी के प्रमुख सह संस्थापक सह भाग 13 के जिला परिषद सदस्य सह खूंटी लोकसभा के खेल, कला, संस्कृति, पर्यटन एवं युवा कार्य विभाग के सांसद प्रतिनिधि पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी शंभू मंडल द्वारा आयोजन स्थल का निरीक्षण कर आयोजन की तैयारी का जायजा लिया गया। जिसमें एकेडमी के परेश सिंह सरदार, आनंद डॉक्टर महतो, बलदेव, नवीन, मनोज कुमार, जगदीश महतो, गदाधर, कालीपद सिंह सरदार, भरत, पागा सरदार, मोईन, विनोद, सुरेश, साधन महतो एवं मंगल सहित अन्य सभी उपस्थित रहे।

नशा के खिलाफ मुहिम के तौर पर स्थापित हुई थी ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी:-

नशा मुक्त समाज एक बेहतर सोच के साथ वर्ष 2000 में शंभू मंडल के नेतृत्व में ग्रामीण युवाओं द्वारा ग्रामीण फुटबॉल एकेडमी की स्थापना की गई थी। जिसके बाद एकेडमी ने लगातार उत्तरोत्तर प्रगति दर्ज की है। ग्रामीण क्षेत्रों में नशा से दूर रहने के लिए लोगों को जागरूक करते हुए एकेडमी के फुटबॉल खिलाड़ियों ने सीमित संसाधन में ही राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक एकेडमी के परचम लहराए हैं। जिसमें एकेडमी के खिलाड़ी रतन हाँसदा, गंगाधर हाँसदा, राहुल हेंब्रम, छुतुर किस्कू, अजय हाँसदा, राजू हाँसदा, चैतन हाँसदा एवं सनातन बास्के जैसे फुटबॉलरों राज्य, राष्ट्र एवं टाटा फुटबॉल एकेडमी जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर अपने प्रदर्शन का परचम लहराया है। एकेडमी के संस्थापक शंभू मंडल बताते हैं कि युवाओं में विशेषकर खेल प्रतिभाओं में नशा के खिलाफ एकेडमी का अभियान जारी रहेगा।

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