वस्त्र मंत्रालय द्वारा आयोजित शिल्प प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रम का समापन।
छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ दक्ष कलाकारों के संग वोकल फॉर लोकल को चरितार्थ किया …
सिन्दरी (सरदार हरेन्द्र सिंह) वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार अन्तर्गत विकास आयुक्त हस्तशिल्प कार्यालय देवघर द्वारा डीएवी, पब्लिक स्कूल सिंदरी में आयोजित तीन दिवसीय शिल्प प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रम का समापन हुआ।
इस कार्यक्रम में विद्यालय के वर्ग 6 से 12 तक के लगभग 500 से अधिक बच्चों ने भाग लिया और झारखण्ड के क्षेत्रीय हस्तशिल्प बांस शिल्प, आर्टिस्टिक टेक्सटाइल, सोहराय लोकचित्रकला, अप्लिक और हैंड एम्ब्रोइडरी बनाने की बारीकियों को सिद्ध हस्तशिल्पियों द्वारा प्रशिक्षण पाया। साथ ही कई छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ अपने हाथों से बनाने की कोशिश की और तीन दिनों तक अपने हाथों से शिल्प बनाने का अनोखा अनुभव प्राप्त किया।
विद्यार्थियों ने बताया कि हस्तशिल्प के कार्य उनके घर के आस पास होते थे जिनसे वो अनिभिज्ञ थे, परंतु इस कार्यशाला के माध्यम से हस्तशिल्प कि महत्ता को समझने में मदद मिली और समाज के आर्थिक विकास में हस्तशिल्प के योगदान को समझ पाया। बच्चों ने उत्साह के साथ अपनी भागीदारी दिखाई तथा बंबू क्राफ्ट, एंब्रॉयडरी एप्लिक डिजाइन , सोहराय कला तथा मणिपुरी लूम के कुशल कलाकारों के साथ काम किया और , करके सीखने की प्रवृत्ति को पूरा किया ।
आज के कार्यक्रम में सिंदरी( धनबाद ) के मदर टेरेसा स्कूल तथा एन ए सी उत्क्रमित विद्यालय रंगामाटी सिंदरी की लगभग 100 छात्र विद्यालय में कार्यशाला में हो रहे कार्यों का अवलोकन किया तथा कुछ बच्चों ने अपनी भागीदारी भी दिया स बच्चों में इस तरह के कार्यक्रम से हस्तशिल्प कला उद्योग तथा स्वालंबन के प्रति जागरूकता फैलाना इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य हैस कार्यक्रम में राम सुमन प्रसाद सीओ झरिया,पी.के.राय कॉलेज ,धनबाद , के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर मंतोष पांडेय, राजेश सिन्हा प्रखंड विकास पदाधिकारी, बलियापुर थे,
सुखलाल मरांडी जेएमएम केंद्रीय सचिव, रविश्वर मरांडी, अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति, जिला धनबाद, भाजपा, कुमार प्रशांत आयुष फाउंडेशन धनबाद, रविन्द्र विश्वकर्मा वियर्ट लाइफ,अजय कुमार मोदक आदि विशिष्ठ लोगो ने कार्यशाला में उपस्थित बच्चों का उत्सवर्धन किया तथा हस्तशिल्प कला कि भविष्य में उपयोगिता के बारे में बताया स
राम सुमन प्रसाद सीओ झरिया, ने कहा कि बच्चों का प्रयास अत्यंत सराहनीय है आज की नई शिक्षा नीति में स्वरोजगार प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए विद्यालय का प्रयास सराहनीय है।
वहीं प्राचार्य आशुतोष कुमार ने कहा कि मैं सभी अतिथियों और कलाकारों का स्वागत करता हूं जो अपने आगमन से बच्चों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों का रुझान सराहनीय रहा और भविष्य में हस्तशिल्प संबंधित कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय में आयोजित करने का प्रयास किया जाएगा ताकि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके।
धन्यवाद ज्ञापन कला शिक्षक मुकेश तिवारी ने किया। मौके पर 200 से अधिक विद्यार्थी सहित कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग के अधिकारी रवि जन रोशन, शिक्षकगण एवं अन्य विद्यालय के कर्मचारी मौजूद रहे।