Spread the love

संजय नदी तट पर स्थित माता ठाकुराणी देवी शक्ति पीठ को पर्यटन स्थल बनाने की मांग…

सरायकेला संजय मिश्रा:

सरायकेला। सरायकेला प्रखण्ड अन्तर्गत मुरुप व गोविंदपुर गाँव के बीच संजय नदी के तट पर प्राकृतिक छटाओं से भरपूर बड़े बड़े चट्टानों के बीच दैवी स्थल माता ठाकुराणी देवी की शक्तिपीठ अवस्थित है। जो पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील होने की बाट जोह रही है। इस शक्ति पीठ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग स्थानीय लोगों ने संबंधित विभाग व जनप्रतिनिधियों से की है। इसकी जानकारी देते हुए स्थानीय समाजसेवी हेमसागर प्रधान ने बताया कि यह शक्तिपीठ को पर्यटन स्थल के रूप में तब्दील होने से क्षेत्र के विकास में नया आयाम खुलेगा।

इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। ठाकुराणी शक्तिपीठ के विषय में विशेष जानकारी देते हुए उन्होंने ने बताया कि माता ठाकुराणी देवी के शक्ति पीठ से होकर बहने वाली संजय नदी की जलधारा कभी भी नहीं सुखती है। ग्रीष्म ऋतु में बड़ी बड़ी नदियों की जलधारा थम जाती है। वहीं छोटी सी संजय नदी में इस स्थल पर जल का प्रवाह रहता है। यही नहीं बल्कि यहाँ निर्मल जल का एक जलाशय भी है जिसका जल बारह महीने एक जैसा बना रहता है। स्थानीय लोग इस जलाशय को “ठाकुराणी दरह” के नाम से जानते है। ग्रामीणों के अनुसार यहाँ के शक्ति पीठ में नाया शुक्रा सरदार व अन्य द्वारा पूजा की जाती है।

ठाकुराणी दरह में 14 जनवरी को हजारों श्रद्धालु लगाएंगे आस्था पूर्वक मकर डुबकी:-
हर वर्ष मकर संक्रांति के दिन “ठाकुराणी दरह” में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। जहाँ श्रद्धालु आस्था पूर्वक मकर डुबकी लगाकर माता ठाकुराणी देवी के दरबार में अपने व परिवार की सुख शांति व समृद्धि के लिए पूजा अर्चना करते हैं। मुख्य पुजारी शुक्रा सरदार ने बताया कि हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी माता ठाकुराणी देवी की शक्तिपीठ में मकर पूजा 14 जनवरी को ही की जाएगी। उन्होंने बताया कि शक्ति पीठ में माता ठाकुराणी देवी की सच्चे मन से आराधना करने वालों की हर मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

बता दें कि मकर संक्रांति के दिन यहाँ पहुंचे श्रद्धालुओं की सेवा के लिए “जय माँ ठाकुराणी सेवा समिति” तत्पर रहकर प्रसाद के रूप में खीर खिचड़ी चाय आदि नि:शुल्क मुहैया कराती है। माता ठाकुराणी देवी की दरबार पहुंचने के लिए रेलवे मार्ग से महालिमोरूप रेलवे स्टेशन से उतरकर मुरुप गाँव होकर सुगमता से पहुंचा जा सकता है। इसके अलावे सड़क मार्ग में सरायकेला से खरसावां मार्ग पर गोविंदपुर गाँव होते हुए सहज ही पहुंचा जा सकता है।

Advertisements

You missed