आधारभूत संरचना के साथ मिले बेहतर अवसर तो तीरंदाजी सहित अन्य खेलों में भी जिला होगा श्रेष्ठ……
सरायकेला-खरसावां (संजय मिश्रा) कुचाई प्रखण्ड अंतर्गत जोबाजंजीर के गोमापाडिया फुटबॉल मैदान में रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर नव युवक संघ जोबाजंजीर कुचाई के द्वारा आयोजित 35वीं तीन दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। इस फुटबॉल प्रतियोगिता का उदघाटन भारत सरकार के जनजातीय केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने खिलाडियों से परिचय प्राप्त कर एवं फुटबॉल को किक मारकर किया। इस फुटबॉल प्रतियोगिता में कोल्हान क्षेत्र से कुल 64 टीम भाग ले रही है।
फुटबॉल प्रतियोगिता के उदघाटन मैच में डॉगिल स्टार की टीम ने जुनियर रंगीला भुरकुंड़ा को 2-0 से पराजित कर जीत की शुरूआत की है। मौके पर श्री मुंड़ा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने खेल को प्रोत्साहित करने का निश्चय किया है। अब हमारा खेल नीचे से उभरकर सामने आएगा। हम जनजातीय मंत्रालय की तरफ से एक नई योजना शुरू करने जा रहे है। खेल के क्षेत्र में क्या हो सकता है। इस पर हम काम कर सकते है। उन्होने कहा कि मुझे आशा है कि तीरंदाजी के साथ-साथ बाकी खेलों में भी अच्छे खिलाड़ी निकले। इसके लिए उपयुक्त आधारभूत संरचना के साथ अवसर मिले। यह हमें सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि गांव, कस्बे, टोले, मोहल्ले में जो प्रतिभा है। उसको कैसे आगे लेकर आएं। इसी कड़ी में गांव के लोग खुद प्रयास करके प्रतियोगिता आयोजित कर रहे हैं। इसी में से अच्छा खिलाड़ी निकलेगा और गांव के साथ-साथ देश का नाम रौशन करेगा श्री मुंडा ने कहा कि खेल में हम जितना प्रयत्न करेंगे उसका उतना लाभ मिलेगा। खेल का मतलब युवा, युवा का मतलब ऊर्जा और ऊर्जा का मतलब उसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में कर खेल को आगे बढ़ाएं बढ़ाएंगे। इस फुटबॉल प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 70 हजार, द्वितीय पुरस्कार 50 हजार, तृतीय पुरस्कार 30 हजार, चौथा पुरस्कार 20 हजार, पांचवां, छठा, सातवां, व आठवां पुरस्कार 10-10 हजार रूपया रखा गया है। इसके अलावे बेस्ट स्कोरेर, बेस्ट गोलकिपर, एवं वेस्ट प्लेयर का पुरस्कार भी रखा गया है। फुटबॉल प्रतियोगिता के उदघाटन में मुख्य रूप से पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, पूर्व विधायक गुलाब सिंह बानरा, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, बीडीओ सुजाता कुजूर, सीओ रवि कुमार, इस्पेक्टर आलोक दुबे, खरसावां थाना प्रभारी प्रकाश कुमार रजक, उदय सिंहदेव, सत्येन्द्र कुम्हार, मंगल सिंह मुंड़ा, रमानाथ महतो, केपी सेठ सोय, लुबूराम सोय आदि उपस्थित थे।