झारखंड की विनाश के लिए आदिवासी नेता और जनता दोषी: सालखन मुर्मू…
सरायकेला Sanjay : झारखंड के विनाश के लिए यहां के आदिवासी नेता और आदिवासी जनता सबसे ज्यादा दोषी है। यह बात आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने कही। सरायकेला के छोटा दावना पंचायत अंतर्गत सुडसी गांव में शनिवार को आदिवासी सेंगेल अभियान की बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता सेंगेल अभियान की महिला मोर्चा की अध्यक्ष श्रीमती हेंब्रम ने की। बैठक में मुख्य रूप से अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू, सुमित्रा मुर्मू एवं सेंगेल दिशोम परगना सोनाराम सोरेन उपस्थित रहे। सालखन मुर्मू ने कहा कि आदिवासी गांव और समाज में एकता और सुधार के बगैर झारखंड का पुनर्निर्माण और अबुआ दिशुम अबुआ राज का शहीदों का सपना कभी पूरा नहीं हो सकता।
हर आदिवासी गांव में एजेंडा, एकता और समाज सुधार की जरूरत है। इसके लिए आदिवासी स्वशासन व्यवस्था के वंशानुगत माझी परगना और मानकी मुंडा जैसे लोग सबसे ज्यादा दोषी हैं। वर्तमान में किसी भी आदिवासी गांव में मारांग बुरु बचाव, सरना धर्म कोड लागू करने तथा संथाली भाषा को प्रथम राज्यभाषा घोषित करने के साथ सीएनटी एसपीटी कानून लागू करने जैसी चर्चा नहीं होती। किसी भी गांव में आदिवासी एकजुट नहीं है। विभिन्न कारणों से टुकड़ों में बटे हुए हैं। मौके पर सेंगेल माझी बागुन टुडू, कंदरा मुर्मू, पंचायत परगना हडिया टुडू, शांखो टुडू, पोदाम टुडू, बाघहा माझी, दुर्गाचरण टुडू, चंपा मुर्मू, सुराय मार्डी, पलटन किस्कू, रामो मार्डी, नेहा मार्डी तथा बसंती मार्डी मौजूद रहे।
Related posts:
![](https://vananchal24tvlive.com/wp-content/uploads/2022/08/logo.jpg)