आदिवासी सेंगेल अभियान के भारत बंद के तहत सरायकेला में सरायकेला-चाईबासा मुख्य मार्ग तीन घंटों के लिए रहा जाम…
सरायकेला: संजय मिश्रा । आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के आह्वान पर सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आहुत किए गए भारत बंद का सरायकेला में असर 3 घंटों तक सड़क जाम के रूप में देखा गया। जब अभियान के कार्यकर्ताओं ने अभियान के जिला संयोजक अंपा हेंब्रम के नेतृत्व में सरायकेला-चाईबासा-खरसावां मुख्य मार्ग को बिरसा चौक के समीप जाम कर दिया।
इस दौरान अभियान की महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष श्रीमती हेंब्रम, दुर्गा चरण टुडू, दशमत मुर्मू, विशु सोरेन, कंदरा मुर्मू, बागुन टुडू, झारखंड आंदोलनकारी मंच के कोल्हान संयोजक राजकिशोर लोहरा, आदिवासी हो समाज महासभा के जिला अध्यक्ष गणेश गागराई, आदिवासी हो समाज युवा महासभा के जिला अध्यक्ष विष्णु बानरा, मानकी मुंडा संघ के जिला अध्यक्ष कोल झारखंड बोदरा, चांदमुनि सुंडी, कृपा गोडसोरा, मोटू लेयांगी, मानसिंह पाड़ेया एवं गुड्डू की उपस्थिति में नारेबाजी करते हुए सरना धर्म कोड लागू करने की मांग की गई। मौके पर अभियान के जिला संयोजक अंपा हेंब्रम ने कहा कि सरना धर्म कोड भारत के प्रकृति पूजा लगभग 15 करोड़ आदिवासियों के अस्तित्व, पहचान और हिस्सेदारी की जीवन रेखा है। आदिवासियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित करने के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोषी हैं। और सेंगेल द्वारा नारा दिया गया है कि आदिवासी समाज को बचाना है तो पार्टियों की गुलामी मत करो, समाज की बात करो और काम करो। आदिवासी हासा, भाषा, जाति, धर्म और रोजगार की रक्षा करो। दोपहर तकरीबन 1:30 बजे सरायकेला थाना के सब इंस्पेक्टर सुनील सिंह से वार्ता के बाद अभियान के कार्यकर्ताओं द्वारा सड़क जाम हटाया गया।
