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कोरोना काल में स्कूली

बच्चों के लिए चलाए जा

रहे ऑनलाइन क्लासेज से

कई हानि तो कई लाभ

भी….

सरायकेला (संजय मिश्रा ) कोरोना काल में जहां सब तरफ जिंदगी ठहर सी गई थी,लगभग सभी प्रकार के व्यवसाय पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा वहीं सबसे ज्यादा क्षति स्कूली बच्चों को उठानी पड़ी है.इस वैश्विक महामारी से बचाव को लेकर सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करना पड़ा लेकिन बच्चों के बीच पढ़ाई के प्रति अभिरुचि को बरकरार रखने एवं पढ़ाई में पिछड़ने से बचाव को लेकर सभी संस्थानों द्वारा ऑनलाइन क्लासेज की व्यवस्था शुरू की गई। जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो.

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लेकिन इन दो वर्षो में अभिभावकों की बात मानी जाए तो यह देखने को मिला की ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों में उतनी प्रगति नहीं हुई जितनी ऑफलाइन क्लास में देखी जाती है। अपितु इससे बच्चों में आत्मविश्वास की कमी के साथ बच्चों द्वारा मोबाईल फोन के ज्यादा इस्तेमाल करने पर उनकी आंखों पर बुरा असर पडा है। ऐसे नकारात्मक समय में ऑनलाइन क्लासेज से लाभ उठाने वाले बच्चे भी हैं। जिन्होंने इस महामारी में ऑनलाइन क्लास में मिशाल कायम किया है. ऐसा ही एक बच्चा है गौरव कुमार पोद्दार। जो बालक मध्य विद्यालय सरायकेला के सातवीं कक्षा का छात्र है।

जिसने बाईजूज के तरफ से सितंबर 2021 में देश के सभी विद्यालयों के कक्षा 4 से 10 तक के छात्रों के लिए आयोजित की गई थी। डिस्कवरी स्कूल सुपर लीगऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता में भाग लेकर प्रखंड स्तर पर अपना स्थान बनाने में कामयाब रहा है. गौरव ने अपने इस कामयाबी के पीछे अपने माता पिता के सहयोग एवं अपने गुरुजनों का सही मार्गदर्शन बताया है. उसके इस कामयाबी के लिए बाईजूज के तरफ से पुरस्कृत करते हुए उसके पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र को डाक के माध्यम से उसके विद्यालय में भेजा गया। जहां उसे विद्यालय के प्रधानाध्यापक गंगाराम तियू ने उसके पुरस्कार को उसे सौप दिया.

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