डेढ़ महीने बाद गंगामनी का खुला आर्च वायरिंग; चिकित्सकों को कहीं थैंक्स…..
सरायकेला। चिकित्सा क्षेत्र सहित सरकारी चिकित्सा प्रणाली में लापरवाही के दर्जनों किस्से होंगे। परंतु सीमित संसाधन में बेहतर प्रदर्शन करने का एक वाकया सरायकेला सदर अस्पताल में सामने आया है। जहां चिकित्सकों की एक टीम ने एक बार फिर से पहले तरीके से जीवन जीने की आस छोड़ चुकी 44 वर्षीया गंगामनी नायक को नई उम्मीदें दी हैं।
घटनाक्रम कुछ इस प्रकार रहा कि चक्रधरपुर के टोकलो थाना अंतर्गत बीटीहासा की रहने वाली गंगामनी बीते 13 जनवरी को अपने घर में औंधे मुंह गिरकर बुरी तरह से घायल हो गई। जिसमें गंगामनी की ठुड्डी दो टुकड़ों में टूट गई। सिर और चेहरे पर भी चोटे आई। काफी जगह इलाज के लिए भटकने के बाद निराश होकर गंगामनी के पति कृष्णा नायक घायल गंगामनी को लेकर बीते 27 जनवरी को सदर अस्पताल सरायकेला पहुंचे थे।
जहां सभी वस्तुस्थिति को जानने के पश्चात सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ सुष्मिता एवं डॉ प्रदीप कुमार ने इसे चैलेंज के रूप में लिया था। और डेंटल असिस्टेंट गौतम, डेंटल हाइजीनिस्ट राजू, एएनएम नर्स सिस्टर सरस्वती एवं सिस्टर रॉबर्ट के साथ लगातार ऑब्जरवेशन में रखते हुए दो बार ठुड्डी का मेडिवल ऑपरेशन करते हुए प्लेट लगाकर आर्च वायरिंग की गई थी। जिसे डेढ़ महीने बाद सोमवार को चिकित्सकों द्वारा आर्च वायरिंग खोला गया। जिसके बाद गंगामनी के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मौके पर गंगामनी एवं उनके पति कृष्णा नायक ने पूरे मेडिकल टीम का धन्यवाद किया। डॉक्टरों ने बताया कि गंगामनी के ठुड्ढी के जॉइंट्स पूरी तरह से टूट गए थे। जिसे प्लेट आर्च वायरिंग कर जोड़ा गया था। जो सफल रहा।
आज सोमवार को गंगामनी को लगाए गए प्लेट आर्च वायरिंग को खोलकर मुंह संचालन को पूरी तरह से नेचुरल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल सरायकेला में यह अपने तरीके का पहला सफल ऑपरेशन हुआ है। इसके अलावा गंगामनी के नाक और सिर में लगे चोट का ट्रीटमेंट भी भली-भांति किया गया था। जिसमें गंगामनी के मूल चेहरे को सकुशल रखने का सफल प्रयास किया गया। प्लेट आर्च वायरिंग खोले जाने से उत्साहित पीड़ित गंगामनी और उसके पति कृष्णा नायक ने चिकित्सकों और उनकी टीम का आभार जताते हुए काफी खुशी जाहिर की।