जिला स्तरीय खाद्य जांच दल ने खाद्य निर्माता और संस्थानों में बृहद पैमाने पर की जांच,
]निरीक्षण एवं कार्रवाई।
सरायकेला। जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी अदिति सिंह के नेतृत्व में फूड सेफ्टी को लेकर जिला स्तरीय खाद्य जांच दल द्वारा जिले के खाद्य निर्माता और संस्थानों में बृहद पैमाने पर औचक जांच, निरीक्षण एवं कार्रवाई की गई। इसके तहत जांच दल चांडिल के दिरलौंग स्थित आधार राइस मिल पहुंची। जहां कार्यरत सभी निम्न वर्गीय मजदूरों की आपूर्ति किसी आउट सोर्स एजेंसी के माध्यम से की जाने की बात बताई गई। जिसमें कार्यरत मजदूरों की सुरक्षा और प्रतिवर्ष मेडिकल टेस्ट नहीं कराए जाने की सामने आई। इसके लिए कार्यरत मजदूरों के मेडिकल जांच कराकर यथाशीघ्र रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। राइस मिल के विपत्रों में एफएसएसएआई लाइसेंस नंबर अंकित नहीं पाया गया। राइस मिल के गोदाम में भारी मात्रा में किसी अन्य चावल निर्माता कंपनी व्हाइट गोल्ड, सुपर फाइन राइस मार का लगा हुआ सील बंद चावल बोरी पाया गया। जिसे खाद्य सुरक्षा अधिनियम का घोर उल्लंघन मानते हुए प्रबंधन से मौखिक पूछताछ करने पर स्पष्ट जवाब नहीं प्राप्त हुआ। आनन-फानन में प्रबंधक ने बताया कि रद्दी चावलों को उक्त बोरियों में रखा गया है। इसे देखते हुए शो कॉज नोटिस जारी किया गया। मौके पर चावल का सैंपल जांच के लिए लेते हुए स्पष्टीकरण के उपरांत कार्रवाई किए जाने की बात कही गई। सोहराई गार्डन होटल चांडिल का निरीक्षण करने पर साफ सफाई एवं भोजन की गुणवत्ता सही पाई गई। ओसम डेयरी चांडिल का निरीक्षण के क्रम में कार्यरत कर्मियों के मेडिकल टेस्ट नहीं कराए जाने के कारण संचालक को अविलंब कार्यरत कर्मियों का मेडिकल टेस्ट कराए जाने के निर्देश दिए गए। यहां से ओसम डेयरी के टोंड मिल्क एवं पेड़े का नमूना जांच के लिए लिया गया। सुधा डेयरी आदित्यपुर का निरीक्षण करते हुए जनरल मिल्क एवं पनीर का नमूना संग्रहण करते हुए जांच के लिए राज्य खाद्य जांच प्रयोगशाला नामकुम रांची भेजा गया। खाद्य जांच दल में फूड इंस्पेक्टर घनपत महतो, सहायक तरुण एवं कार्तिक महतो शामिल रहे।