चाण्डिल बॉध विस्थापित मत्स्यजीवी स्वावलम्बी सहकारी समिति
लिमिटेड ने पूर्नवास निति के तहत् विस्थापितों को स्वारोजगार से
जोड़ने को अपर निर्देशक को ज्ञापांक सौपा….
चाण्डिल ( कल्याण पात्रा ) चाण्डिल बॉध विस्थापित मत्स्यजीवी स्वावलम्बी सहकारी समिति लिमिटेड, चाण्डिल के बैनर तले, अपर निर्देशक, भू-अर्जन एवं पुनर्वास आदित्यपुर को चाण्डिल जलाशय में पुनर्वास नीति अनुसार पर्यटन एवं मत्स्य पालन में विस्थापितों को स्वरोजगार देनें को लेकर ज्ञापांक सौपा । वही समिति ने ज्ञापांक के माध्यम से अपर निर्देशक को जानकारी देते हुये कहा की चाण्डिल जलाशय से विस्थापित लोगों को अब तक नौकरी नहीं मिल सका है । प्रत्यके वर्ष जमीन घर डुबने के कारण रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे है। वही समिति ने बताया कि सिंचाई विभाग के पुनर्वास नीति में उल्लेखित किया गया है कि स्वर्णरेखा परियोजना से विस्थापितों को रोजगार उपलब्ध करायेगी । योजना के पूर्ण होने के बाद विस्थापितों को स्वारोजगार से जोड़ने की बात कही गई थी ।
जिसमें विभाग ने उल्लेखित किया है कि जलाशय के पर्यटन, नौका विहार चाण्डिल जैसा पाँच घाट का निमार्ण किया जायेगा । जिसमें बोराविन्दा घाट चाण्डिल, पातकुम घाट, ईचागढ़, मैसाड़ा घाट ईचागढ़, बान्दबिन्दा धाट, कुकडू दुलमी घाट कुकड़, ओड़िया-मुख्य घाट कुकडू-नीमडीह, लावा घाट नीमडीह, रसुनिया घाट चाण्डिल इन स्थल का विकास किये जाने से विस्थापितों को रोजगार दिया जा सकता है। प्रत्येक घाट पर मोटर बोट दिया जाय ।
समिति के विभिन्न मांग :-
मत्स्य पालन के लिए सिचाई विभाग के लिए मत्स्य अंगुलिका का प्रति वर्ष एक करोड़ संचयन किया जाय। मछली मारने वाले को चिन्हित की जाल नाव दिया जाय, हेयरी लगाया जाय। साथ ही केज कल्चर, पेन कल्चर लगाया जाय। पुनर्वास नीति के अनुसार विभाग के जमीन पर दुकान बनाकर दिया जाय विभाग के जमीन अनुमंडल चाण्डिल के सामने विस्थापित समिति को दिया जाय। डिमना के विभाग का जमीन पर दुकान बनाया जाय जिसमे विस्थापित बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त सके । स्वरोजगार हेतु विस्थापितों को कम ब्याज दर पर कर्ज दिया जाय और विस्थापितों को प्रशिक्षण दिया जाय ।
वही समिति ने अपर निर्देशक से अपील किया की सिचाई विभाग द्वारा बनाये गये पुनर्वास नीति के आधार पर विस्थापितों को स्वरोजगार से जोड़ा जाये । इस मौके पर समिति के अध्यक्ष नरायण गोप, सचिव श्यामल मार्डी ,बासुदेव आदित्य देव, देवेंद्र महतो आदी उपस्थित थे ।