एक दिवसीय जिला स्तरीय जीवनांक संबंधी प्रशिक्षण सह कार्यशाला का किया गया
आयोजन…
सरायकेला SANJAY । अपर उपायुक्त सुबोध कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय एक दिवसीय जीवनांक संबंधी प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन आटो कलस्टर आदित्यपुर में किया गया। प्रशिक्षण सह कार्यशाला में जिला के अपर नगर आयुक्त, जीवनांक संबंधी पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, प्रखण्ड के जीवनांक प्रभारी, सभी प्रखण्ड चिकित्सा पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी, सभी कम्प्युटर ऑपरेटर आदि ने भाग लिया। अपर उपायुक्त के आदेशानुसार प्रशिक्षण प्रारम्भ करते हुए जिला सांख्यिकी पदाधिकारी फैजान सरवर द्वारा स्वागत भाषण एवं उपस्थित प्रशिक्षणार्थी से कहा कि जन्म-मृत्यु का निबंधन अति आवश्यक है। उनके द्वारा कहा गया कि परिवार मे हुये जन्म-मृत्यु की सूचना 21 दिनों के अंदर अपने पंचायत, नगर निगम, नगर परिषद एवं नगर पंचायत में देकर निबंधन कराये एवं निशुल्क प्रमाण पत्र पाये। इस कार्य हेतु अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका की भी सेवा प्राप्त की जा सकती हैं। 21 दिनो के बाद विलंब शुल्क के साथ निबंधन का भी प्रावधान है। सरकारी अस्पताल मे घटित जन्म या मृत्यु का प्रमाण पत्र उसी सरकारी अस्पताल मे नि:शुल्क प्राप्त किया जा सकता है। प्रशिक्षण सत्र में उपस्थित पदाधिकारीगण यथा कार्यपालक पदाधिकारी श्रीमती बबली सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार, अपर उपायुक्त सुबोध कुमार, अपर नगर आयुक्त ने जन्म मृत्यु निबंधन को शतप्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने एवं लाभूक को ससमय प्रमाण पत्र प्राप्त हो, पर चर्चा की गई। जिला सांख्यिकी कार्यालय के प्रशिक्षक रमेश प्रसाद, सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी ने विस्तार पूर्वक जन्म-मृत्यु निबंधन का CRS Portal एवं झारखंड जन्म और रजिस्ट्रीकरण नियमावली, 2009 अधिसूचना का विस्तार पूर्वक विवेचन किया। दयानंद प्रसाद प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी गम्हरिया द्वारा जन्म मृत्यु अधिनियम के बारे मे सविस्तार प्रकाश डाला गया। बरुण कुमार ओझा ने इस कार्यक्रम का विधिवत संचालन किया एवं जन्म-मृत्यु संबंधी सभी प्रकार के प्रपत्र को सही-सही भरने का प्रशिक्षण दिया गया। उनके द्वारा बताया गया कि सभी प्राइवेट चिकित्सा केंद्र सूचक के रूप में कार्य करेंगे। सभी प्राइवेट चिकित्सा केंद्र को भी एक user id उपलब्ध कराया जाना है जिससे वो सीधे निबंधक को online सूचना देंगे। निबंधक द्वारा उनको online प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी सारी विधि प्रशिक्षण के दौरान बताया गया। सांख्यिकी कर्मियों द्वारा प्रतिभागी द्वारा उठाया गया प्रश्नों का समाधान भी किया गया।