चांडिल स्थित साधु बांध मठिया परिसर में विगत एक फरवरी से सार्वजनिक सत्संग समिति, चांडिल के तत्वाधान में चल रहे श्रीमद भागवत कथा…
सत्संग में वह शक्ति है जो व्यक्ति के जीवन को बदलती है : अनुपानन्द जी महाराज…
चाण्डिल (परमेश्वर साव) चांडिल स्थित साधु बांध मठिया परिसर में विगत एक फरवरी से सार्वजनिक सत्संग समिति, चांडिल के तत्वाधान में चल रहे श्रीमद भागवत कथा के दौरान कथावाचक अनुपानन्द महाराज वृंदावन वाले ने कहा कि मनुष्य जीवन में जाने अनजाने प्रतिदिन कई पाप होते है। उनका ईश्वर के समक्ष प्रायश्चित करना ही एक मात्र मुक्ति पाने का उपाय है। उन्होंने ईश्वर आराधना के साथ अच्छे कर्म करने का आह्वान किया। साधु बांध मठिया परिसर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने जीवन में सत्संग व शास्त्रों में बताए आदर्शों का श्रवण करने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्संग में वह शक्ति है, जो व्यक्ति के जीवन को बदल देती है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को अपने जीवन में क्रोध, लोभ, मोह, हिंसा, संग्रह आदि का त्यागकर विवेक के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिए।
व्यासपीठाधीश्वर अनुपानन्द महाराज जी ने शुक्रवार को राजा परीक्षित की कहानी और शिव-दुर्गा विवाह आदि प्रसंगों पर प्रवचन करते हुए कहा कि भगवान के नाम मात्र से ही व्यक्ति भवसागर से पार उतर जाता है। उन्होंने भगवत कीर्तन करने, ज्ञानी पुरुषों के साथ सत्संग कर ज्ञान प्राप्त करने व अपने जीवन को सार्थक करने का आह्वान किया। भजन मंडली की ओर से प्रस्तुत किए गए भजनों पर श्रोता भाव विभोर होकर नृत्य करने लगे । आरती के पश्चात कथास्थल पर पहुंचे सभी श्रोताओं के बीच प्रसाद का वितरण समिति द्वारा किया गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शनिवार को कथावाचक अनुपानन्द महाराज जी के द्वारा कृष्ण जन्म लीला का प्रवचन व्यासपीठ से किया जायेगा।