जमीन माफिया सावधान, जाग गया है चाण्डिल का अंचल कार्यालय, अब कर रहें है सरकारी जमीन को चिन्हित…
चाण्डिल (कल्याण पात्रा) चाण्डिल अंचल के लिए यह कहना उचित होगा कि कुंभकरण के निन्द से जाग उठा है । हलाकि अचंल कार्यलय की ओर से चाण्डिल अंचल के अंर्तगत आने वाले डोबो ,पुरीशिली,कान्दरबेड़ा और आसानवनी के सरकारी भूमि को चिन्हित कर बोर्ड लगाया जा रहा है ।
बता दे कि चाण्डिल के अंचलअधिकारी अब कुंभकरण के निंद से जाग उठा है ।जिस कारण भू माफिया के लिए परेशानी का विषय बन गया है । देखा जाय तो झारखंड अलग हाते ही चांडिल अंचल के सरकारी जमीन को रैयत में बदल करे बेचा दिया गया है । जिसमें कई नेता और भूमाफिया को तत्कालिन अंचल अधिकारी की मिली भगत से सरकारी और बन्दोवस्ती जमीन का हेरा फेरी किया गया । देर से ही वर्तमान के अंचलाधिकारी प्रणव अम्बष्ठ ने सरकारी भूमि को संरक्षित करने के दिशा में अच्छी पहल की है । जिसे लेकर सरकारी जमीन को चिन्हत कर सरकारी बोर्ड लगाने का काम किया जा रहा है । वर्तमान में चाण्डिल अंचल के कुल 10 सरकारी भूमि पर सरकारी बोर्ड लगाया जा रहा है ।
पीछले 23 वर्षो में एनएच के फोदलोगोड़ा के काली मंदिर के पीछे वंन्दोबस्ती जमीन को जमीन दलालों ने बेच डाला और कई एकड़ सरकारी भूमिका का भी खरीद फरोस किया गया है । कपाली की जांच हो तो सरकारी भूमि का जबरदस्त खेला सरकारी अधिकारी के मिली भगत किया गया है । असनबनी से कान्दरबेड़ा तक और कान्दरबेड़ा से दोमुहानी पुल तक सरकारी और बन्दोवस्ती भूमि को अंचल के मदद से भूमि का हस्तांतरण किया गया है जिसका प्रमाण आज भी जमीन मामले में सरायकेला एवं चाण्डिल अनुमण्डल न्यायलय में कई मामला लंवित है । हलाकी वर्तमान में अंचल कार्यालय द्वारा सरकारी भूमि के संरक्षण के दिशा में की गई कार्यावाही को ग्राम सभा उचित बताया । जिससे स्थानिय भूमाफिया के द्वारा भोले भाले लोगों को जमीन दिखाकर बेचने का काम बंद हो सकेगा ।