प्रकृति पर्व सरहुल को ले रिभर साईड सरना स्थल में हुई विशेष पूजा-अर्चना, जल, जंगल व जमीन की रक्षा का लिया गया संकल्प, मांदर के थाप पर थिरके लोग, क्षेत्र की हरियाली-खुषहाली की हुई कामना…
रामगढ़ (इन्द्रजीत कुमार)
रामगढ़ केन्द्रीय मिलन सरहुल पुजा समिति रीवर साईड भुरकुंडा के तत्वावधान प्रकृति पर्व सरहुल के पावन अवसर पर पाहन द्वारा विषेष पूजा-अर्चना की गई। पाहन देव लाल मुंडा और राजेंद्र पाहन द्वारा रिभर साईड सरना स्थल में पूरे विधि-विधान एवं पारंपरिक तरीके से मां सरना सहित जल, जंगल, जमीन, गांवा देवती व पूर्वजों की पूजा-अर्चना की। इसके बाद तीन मुर्गों की बलि देकर सरना स्थल में सखुआ फूल चढ़ाया गया। तत्पश्चात तपावन अर्पित किया गया। सरहुल महोत्सव के अवसर पर पाहन ने लोगो को सखुआ फूल और चावल देकर क्षेत्र की हरियाली-खुसहाली और सुख-समृद्धि की कामना की गई।
पूजा के बाद पाहन ने घडे़ में रखे पानी को देखकर बताया कि इस वर्ष काफी अच्छी वर्षा होगी। पूजा के बाद लोगों के बीच चना-गुड़ के प्रसाद का वितरण किया गया। सरहुल के अवसर पर सरना धर्मावलंबियों ने मांदर की थाप पर परंपरिक नृत्य और गीत प्रस्तुत किये। मौके पर समिति के संरक्षक दर्शन गंझु, पात्रिक मिंज, मिथलेश टुड्डू, संजय लिंडा, श्रीनाथ करमाली, समिति के अध्यक्ष संतोष मांझी, कार्यकारी अध्यक्ष रीतिका भोक्ता, सचिव संतोष उरांव, सलाहकार बालेश्वर बेदिया, श्याम सुंदर करमाली, उमेश मुंडा, अनिल एक्का व राजन करमाली, सदस्य उमेश करमाली, विनोद मुंडा, बुटन बेदिया, मंटू बेदिया, विक्की करमाली, देवनंदन बेदिया, राजा बेदिया, राजन कुमार करमाली, पोकली देवी, सोमी देवी, किरण देवी, ललिता देवी, अंजू देवी, बसंती देवी, सुशीला तिग्गा, मार्गेट खलखो, विष्णु कुमार, बिरसी देवी, एलिजाबेथ डोडराय, प्रेमी सलोमी तिर्की, दुलिया देवी, मालती देवी, सुनीता देवी, रासेल तिग्गा, मुद्रिका कुमारी सहित दर्जनों सरना धर्मावावलंबी मौजूद थें। बताया गया कि शनिवार को रिभर साईड सरना स्थल से गाजे-बाजे के साथ भव्य शोभा यात्रा निकाली जायेगी।
इसके पूर्व यहां कई गांव के जुलूस का मिलान होगा। इसके बाद यहां जुलूस गाजे-बाजे के साथ क्रमवार नाचते-गाते सयाल मोड़, पटेल नगर, पेट्रोल टंकी, भुरकुंडा बिरसा चैक, जनता टाॅकीज, भुरकुंडा बाजार, थाना चैक होते न्यू बैरक सरना स्थल पहुंचेंगे। जहां जुलूस का विसर्जन होगा।