सरायकेला-खरसावां (संजय मिश्रा ) सरायकेला नगर पंचायत उपाध्यक्ष सह श्री कालूराम सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने राज्य सरकार से राज्य के धार्मिक स्थलों को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत खोलने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में एक प्रेस बयान जारी कर कहां है कि जब पूरे राज्य में मॉल, होटल, स्कूल एवं हाट बाजार खोलने की अनुमति दी जा चुकी है तो धार्मिक आस्था एवं संस्कृति और लोगों की भावना का भी राज्य सरकार को ध्यान रखना चाहिए। और अन्य संस्थानों की तरह कोविड-19 प्रोटोकॉल दिशानिर्देशों के साथ धार्मिक स्थल खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने भी राज्य सरकार से कहां है कि कोरोना संकटकाल में भीड़ ना लगे, इसके लिए भक्तों को मंदिर में सीमित संख्या में दर्शन करने की व्यवस्था क्यों नहीं की जा सकती है। इस संबंध में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। जिसमें हाईकोर्ट ने इस मंदिर में लोगों को e-darshan की की इजाजत दी है। मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने झारखंड सरकार से पूछा कि जब पूरा देश खुल रहा है तो केवल मंदिर, मस्जिद, चर्च और दूसरे धार्मिक स्थल क्यों बंद है? महत्वपूर्ण दिनों में उन्हें खुलना चाहिए। मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऑनलाइन ई दर्शन भी कोई दर्शन होता है क्या? इसलिए उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार आम लोगों की धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए जल्द से जल्द बाबा बैद्यनाथ धाम, मां छिन्नमस्तिके मंदिर और झारखंड के छोटे बड़े सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दें। उन्होंने बताया कि उड़ीसा सरकार ने भी आगामी 16 अगस्त से श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर खोलने का निर्णय लिया है।