चांडिल : BSIL कंपनी में स्थायी नौकरी की मांग को लेकर रैयतों ने की सड़क जाम, तीन दिन से कंपनी जाने वाली सैकड़ों मालवाहक गाड़ी खड़ी है…
चांडिल:कल्याण पात्रा
सरायकेला – खरसवां। जिले के चांडिल प्रखंड अंतर्गत लाखा स्थित प्रसिद्ध बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड कंपनी (BSIL) हमेशा विवादों के कारण चर्चा में रहा है। कंपनी स्थापना के बाद जब कंपनी को मोदी ग्रुप ने संचालित किया था, तब तक खूब प्रसिद्धि प्राप्त की। पर, पिछले दो साल से यह कंपनी विवादों और आरोपों से घिरी हुई हैं। कंपनी की प्रतिष्ठा पर लगातार उंगली उठ रहे हैं।
अभी एक नया मामला सामने आया है। कंपनी बसाने तथा नेशनल हाईवे से कंपनी तक जाने वाली सड़क के लिए जमीन उपलब्ध कराने चुके रैयतों ने सड़क जाम कर दी है। बताया जाता है कि गत 8 अगस्त से सड़क जाम है। इसके कारण कंपनी को जाने वाली सड़क पर सैकड़ों मालवाहक वाहन खड़ी हैं। रैयतों ने कंपनी गेट से कुछ दूरी पर महिलाओं ने पेड़ गिराकर सड़क को जाम कर दिया है। सड़क जाम के कारण आवागमन बाधित है, कंपनी के भीतर भी सैकड़ों गाड़ियां फंसी हुई हैं। कंपनी में स्थायी नौकरी देने की मांग पर यह सड़क जाम किया गया है।
मुगली बेसरा ने कहा कि जिस सड़क का उपयोग कंपनी कर रही हैं, वह हमारी रैयती जमीन है। उक्त जमीन के बदले में किसी तरह का मुआवजा नहीं मिला है। जब BSIL कंपनी स्थापित किया था तो जमीन के बदले सभी रैयतों को स्थायी नौकरी देने की बात थी। जब बनराज स्टील ने कंपनी को चलाने के लिए भाड़े पर लिया था तब भी रैयतों को स्थायी नौकरी देने पर सहमति बनी थी। डेढ़ साल से रैयतों को प्रबंधन द्वारा केवल आश्वासन दिया जा रहा है। कई बार प्रबंधन के साथ वार्ता हुई, लेकिन हमें अपना अधिकार नहीं मिला है। प्रशासन की ओर इस दिशा में कोई पहल नहीं हुआ है। यदि प्रशासन हस्तक्षेप करके प्रबंधन को नौकरी देने का आदेश दे तो हमें नौकरी मिल सकती हैं।
रीता बेसरा ने कहा कि हमें कंपनी में उच्च पद नहीं चाहिए। हमारी मांग एक ही है कि जिन लोगों ने अपनी जमीन देकर कंपनी बसाया था, उन जमींदारों को कंपनी में स्थायी नौकरी दी जाय। उन्होंने बताया कि तीन दिन से सड़क जाम किया गया है लेकिन अभी तक वार्ता के लिए कोई भी नहीं आया है। जाम हटाने के लिए पुलिस आई थी लेकिन हमलोग अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। जब तक हमारी मांग को पूरा नहीं किया जाता है, जाम नहीं हटाया जाएगा।