पाकुड़ (सुमित कुमार) आज के इस दौर में संकट की घड़ी में अपने ही अपनों को छोड़कर चले जाते हैं। पर कुछ ऐसे लोग भी है जो दूसरों की जान बचाने के लिए कभी पीछे नहीं हटते हैं। रक्त से भी बड़ा एक रिश्ता प्यार व एकता का होता है। पाकुड़ में कुछ ऐसा ही मिशाल देखने को मिला। शहर के ब्लड बैंक अस्पताल में एक भाई ने अनजान बहन को रक्तदान कर जान बचाई है। संस्था के अध्यक्ष रंजीत कुमार चौबे ने बताया कि कविता कुमारी इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती है। उन्हें रक्त की बहुत आवश्यकता थी। अगर समय पर रक्त उपलब्ध नहीं हुआ तो उसकी जान भी जा सकती है। परिजनों ने आनन-फानन में रक्त उपलब्ध कराने के लिए संस्था से सहयोग की मांग की। संस्था ने त्वरित पहल करते हुए रक्तदान के लिए मधुसूदन साहा को सूचना दी । सूचना मिलते ही मधुसूदन रक्तदान के लिए ब्लड बैंक अस्पताल पहुचे। उन्होंने कविता को रक्तदान देकर उसकी जान बचाई है। रक्तदाता ने कहाँ कि आज रक्षा बंधन के उपलक्ष में मैंने पहली बार रक्तदान कर एक बहन की जान बचाई, आप सभी भी रक्तदान करे, अच्छा लगता है,रक्त मिलने के बाद कविता के रिश्तेदारों ने संस्था को दिल से धन्यवाद दिया है।रक्क्त दान में सहयोग हेतु ,गौतम कुमार ,एवम अन्य सदस्य उपस्थित थे, रक्तदान कर्ता को रक्तधिकोश गृह से प्रमाण पत्र भी दिया गया।
Advertisements
Advertisements