लातेहार के पत्रकार अजय सिन्हा की संदेहास्पद मौत की सीआईडी जांच की मांग को लेकर एआईएसएमजेडब्ल्यूए ने मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन…
सरायकेला। लातेहार के पत्रकार अजय सिन्हा की संदेहास्पद मौत की सीआईडी जांच की मांग को लेकर ऑल इंडिया स्माल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन की जिला कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन के शहरी जिला अध्यक्ष गोलक बिहारी ज्योतिषी एवं ग्रामीण जिला अध्यक्ष रविकांत गोप के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने के प्रतिनिधि मंडल में एसोसिएशन के कोल्हान प्रमंडलीय पदाधिकारी अजय कुमार महतो, जिला महासचिव सुमन मोदक, उपाध्यक्ष पंकज महतो, दीपक महतो, दिलीप कुमार महतो एवं प्रवक्ता संजय मिश्रा शामिल रहे। मौके पर उपायुक्त के मौजूद नहीं होने पर उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बारतियार को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने बताया कि राज्य में पत्रकार हित में ये बहुत ही दुखद स्थिति बनी है कि झारखंड के पत्रकार को आज तक कोई सुविधा तो नहीं मिल रही है। बावजूद इसके सीमित संसाधनों के साथ राज्य के पत्रकार लगातार अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सच के खिलाफ लिखने के लिए अब तो पत्रकारों की जान भी खतरे में पड़ रही है। लातेहार में एसोसिएशन के पलामू प्रमंडल प्रभारी और राष्ट्रीय नवीन मेल के ब्यूरो चीफ अजय सिन्हा का शव रेलवे ट्रैक के किनारे क्षत-विक्षत अवस्था में मिला। इस संदेहास्पद घटना की निंदा करते हुए एसोसिएशन सीआईडी जांच की मांग करता है। जिसमें कुल छह बिंदुओं पर जांच की मांग की गई है। इसके तहत पत्रकार अजय सिन्हा की किन लोगों से दुश्मनी थी, वर्ष 2023-24 में अजय सिन्हा ने किन-किन मुद्दों पर बेबाकी से खबरें लिखी थी, क्या अजय सिन्हा को किसी ने धमकी या किसी तरह का प्रलोभन दिया था, 11 फरवरी 2024 को अजय सिन्हा रेलवे ट्रैक तक कैसे और क्यों पहुंचे, अजय सिन्हा की मौत की सूचना सबसे पहले किसने और किसको दी और अजय सिन्हा के आश्रित पत्नी को 10 लाख रुपया मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग एसोसिएशन द्वारा की गई है। साथ ही राज्य सरकार से शीघ्र ही इस गंभीर विषय पर ठोस कार्रवाई करने की मांग की गई है। बताया गया है कि इस संदेहास्पद मौत को लेकर पत्रकारों में काफी रोष व्याप्त है।