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उषा मार्टिन चला रहा हैं दस एकल विद्यालय…

पहाड़ी इलाकों के तीन सौ बच्चों में शिक्षा का अलख…

शिक्षा से गांवों को विकास से जोड़ना संभवः प्रिया बागची…

अर्जुन कुमार नामकुम: रांची। विकास के मार्ग को आसान बानने में शिक्षा की अहम भूमिका होती है। शिक्षा से बच्चों के साथ उनके परिवार में भी आत्मविश्वास एवं स्वावलंबन की भावना आती है। एकल विद्यालय के माध्यम से ऐसे ही सुदूर वनप्रदेश के गांव में शिक्षा, स्वाभिमान एवं राष्ट्रनिर्माण का कार्य किया जा रहा है। उक्त बातें उषा मार्टिन सीएसआर मैनेजर प्रिया बागची ने विभिन्न विद्यालयों के निरीक्षण पश्चात सासनबेड़ा एकल विद्यालय में आयोजित बैठक में कही। उन्होंने कहा कि कंपनी की ओर से विद्यालय को किताब, सोलर लाइट के अलावा बच्चों को खेलने क सामग्री भी मुहैया करायी गयी है।

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उषा मार्टिन फाॅउंडेशन के माध्यम से अनगड़ा एवं नामकोम के सुदूरवर्ती पहाड़ी इलाकों के दस गांवों में पिछले तीन साल से शिक्षा का अलख जगाया जा रहा है। यह विद्यालय सासनबेड़ा, मसरीजारा, पइका, जरगा, मेढ़ा, बानपुर, असरी, जिरकी, जाराटोली, सालहन आदि गांवों में चल रहा है। इन विद्यालय के माध्यम से उषा मार्टिन ने अभी तक 300 से अधिक बच्चों को अक्षर ज्ञान के साथ गांव में संस्कार, स्वास्थ्य जागरूकता, कृषि एवं परंपरा का ज्ञान दिया है।

ग्राम स्वराज योजना प्रमुख सुकरा महतो ने बताया कि एकल विद्यालय वनवासी और पिछड़े क्षेत्र की संपूर्ण विकास की योजना है। जहां आज भी सुदूरवर्ती इलाकों में शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। वैसे क्षेत्रों में एकल विद्यालय संचालित कर बच्चों को तीन घंटे की अनौपचारिक शिक्षा गांव के ही युवक और युवतियों द्वारा दी जाती है।

अंचल अभियान प्रमुख हीरालाल महतो ने कहा कि उषा मार्टिन के सहयोग से सुदूरवर्ती गांवों में शिक्षा को घर-घर पहुंचना संभव हो सका है। एकल विद्यालय के तहत हरेक गांव में एक विद्यालय एवं एक शिक्षक के तहत शिक्षा ज्ञान चलाया जाता है। इसके काफी सफल परिणाम आए है। इस अवसर पर सासनबेड़ा की आचार्या आशापति देवी, संच प्रमुख सरिता देवी के अलावा उषा मार्टिन के सुपरवाइजर भुवनेश्वर महतो आदि उपस्थित थे।

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