Advertisements
Spread the love

चाकुलिया: शांति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में विज्ञान प्रदर्शनी सह मेला का हुआ आयोजित

चाकुलिया (विश्वकर्मा सिंह) नगर पंचायत क्षेत्र स्थित शांति देवी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में बुधवार को विद्यालय परिसर में विज्ञान प्रदर्शनी के साथ मेला का आयोजन किया गया. विज्ञान प्रदर्शनी में नन्हे मुन्ने वैज्ञानिकों ने विज्ञान से संबंधित एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत किया. इस दौरान मुख्य रूप से पवन चक्की, जल विद्युत उत्पादन, स्मार्ट सिटी, न्यूटन के तृतीय गति नियम पर आधारित मॉडल, लाई फाई, नेत्र दृष्टि, वाटर हार्वेस्टिंग, एसिड वर्षा आदि 40 प्रदर्शनी लगाया गया. प्रदर्शनी का उद्घाटन मारवाड़ी महिला समिति के अध्यक्ष मंजू अग्रवाल एवं संगीता भारतीय के द्वारा किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से विद्यालय प्रबंधन के अध्यक्ष प्रभात झुनझुनवाला, उपाध्यक्ष आलोक लोधा, सचिव अमित भारतीय, कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह, समिति सदस्य हार्दिक यादव, विकास अग्रवाल एवं मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष विवेकानंद लोधा उपस्थित होकर प्रदर्शनी का अवलोकन किया. प्रदर्शनी में बाल वर्ग में प्रथम स्थान चंद्रयान मॉडल को दिया गया. वहीं द्वितीय स्थान विंड पावर में नयन बेरा एवं तृतीय स्थान एसिड वर्षा के प्रस्तुत करता धुरवजीत बारिक का चयन किया गया. वहीं किशोर वर्ग में लाई फाई में प्रथम स्थान प्रीति पोलाई रही द्वितीय स्थान वाटर करंट मॉडल पर मनोजित पोलाई एवं तृतीय स्थान बायो बैटरी पर शिवम साह को चुना गया. बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडल का अवलोकन करने के लिए बच्चों के सैकड़ो अभिभावक एवं माताएं उपस्थित हुई एवं उन्होंने भूरी- भूरी प्रशंसा किया. इस दौरान प्रदर्शनी में भैया बहनों के द्वारा मेला में विभिन्न प्रकार के व्यंजन का स्टोर लगाया गया था जिसमें मुख्य रूप से ब्रेड चोप, पानी पुरी, झालमुड़ी, फ्रूट चार्ट, भेज चाट, मोमोज, चाऊमीन, दही बड़ा, कांजी बाड़ा आदि था. सभी व्यंजन बच्चों द्वारा परोसा जा रहा था आगंतुक अभिभावक एवं अतिथियों ने व्यंजनों का आनंद उठाया. इस दौरान प्रधानाचार्य कमलाकांत प्रमाणिक ने कहा इस प्रकार के आयोजन से बच्चों में वैज्ञानिक सोच का विकास होता है. साथ ही व्यापार कौशल की जानकारी भी होती है. चयनित प्रतिभागियों को विद्यालय के अध्यक्ष प्रभाव झुनझुनवाला के द्वारा सभी प्रतिभागी भैया बहनों को पुरस्कृत करने की बात कही गई. कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के आचार्य मनोज महतो, शांतनु घोष, अरुण महतो, हरिपद महतो, गौर हरिदास, विप्लव जी, विकास जी, तापस बेरा, नमिता राउत, पिंकी घोष, सोनाली दास, कल्पना महतो, बिपाशा महतो, आनंदिता, वंदना दास, लक्ष्मी सिंह, सुजीत माईती, दिलीप महतो का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

You missed

सरायकेला : आर. पी. एफ. और जी. आर. पी. एफ. ने किया संयुक्त अभ्यास…