उषा मार्टिन फाॅउंडेशन के कार्यों पर एक्सआईएसएस का शोध
ग्रामीण विकास पर शोध आगे भी चलेगा : डाॅ मयंक मुरारी
रिपोर्ट : अर्जुन कुमार प्रमाणिक
रांची। झारखंड की अग्रणी तकनीकी संस्थान एक्सआईएसएस की छात्राओं ने उषा मार्टिन फाॅउंडेशन के तहत चलाए जा रहे विकास कार्यों पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया है। इस शोध पत्र में शालिनी अस्पताल के तहत स्वास्थ्य सेवाओं के विविध कार्यक्रमों की सफलता, अवसर एवं चुनौती पर विचार व्यक्त किया गया है। उषा मार्टिन फाॅउंडेशन के हेड डाॅ मयंक मुरारी ने कहा कि ग्रामीण विकास पर विभिन्न अग्रणी संस्थानों के साथ मिलकर आगे भी शोध कार्य चलता रहेगा।
एक्सआईएसएस की ग्रामीण प्रबंधन की छात्रा शीनम अनुमेहा ने चैलेंजेज इन काउंसलिंग एंड ट्रीटमेंट ऑफ पेसेंट विषय पर, श्रुति सिंह ने हेल्थकेयर अवेयरनेस अमांग रूरल कम्युनिटी एंड इंट्स इमपैक्ट ऑन देयर अवरऑल वेलबियिंग नइ रिफरेंस टू शालिनी हाॅस्पीटल और टीशा सिन्हा ने राॅल ऑफ हेल्थ कैंप इन मेकिंग ए हेल्दी विलेज कम्यूनिटी विषय पर शोध के बाद अपना प्रतिवेदन आज प्रस्तुत किया है। इस अवसर शालिनी अस्पताल के वरीय प्रबंधक राणा विकास ने कहा कि स्वास्थ्य में गुणवत्ता पर शोध की बेहत जरूरत है। इसके लिए धरातल पर लाभुक के साथ समन्वय एवं विचार की प्रक्रिया को बढ़ाने से शोध ज्यादा प्रांसागिक बनता है। एक्सआईएसएस के प्रोफेसर निरंजन साहु ने इस शोध पर हर्ष व्यक्त किया है और कंपनी से आगे भी ऐसे शोध कार्य में सहयोग की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि उषा मार्टिन के माध्यम से ग्रामीण विकास में अच्छा कार्य किया जा रहा है। इससे विभिन्न संस्थानों को भी लाभ मिल सकेगा। गौरतलब है कि उषा मार्टिन के माध्मय से रूक्का और अनगड़ा में शालिनी अस्पताल चलाया जा रहा है। इसके अलावा 10 गांवों में ग्रामीण विकास का कार्य चल रहा है।