आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर टाउन हॉल में मेगा शिविर सह परिसंपत्ति वितरण समारोह का हुआ आयोजन…..
सरायकेला। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अवसर पर सरायकेला स्थित टाउन हॉल में मेगा शिविर सह परिसंपत्ति वितरण समारोह का आयोजन किया गया। पद्मश्री छुटनी महतो सहित प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार, कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश संतोष कुमार, उपायुक्त अरवा राजकमल, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव कुमार क्रांति प्रसाद सहित मंचासीन अतिथियों द्वारा सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया गया।
मौके पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय के तत्वाधान लोक कला मंच खरसावां द्वारा नुक्कड़ नाटक एवं गीत संगीत के माध्यम से सरकार के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं, डायन कुप्रथा तथा मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम 2022 की प्रस्तुति की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित लाभुकों को ससमय लाभान्वित करना और लोगों को विभिन्न योजनाओं के संबंध में जागरूक करना सरकार एवं जिला प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि बीते 2 अक्टूबर से संचालित आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत जिले में अब तक 1.57 करोड़ राशि से योग्य लाभुकों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा 16 से 28 नवंबर तक सरकार आपके द्वार कार्यक्रम आयोजित की जा रही है। जिसके तहत सभी पंचायतों में विशेष शिविर आयोजित कर सरकार के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी साझा करते हुए योग्य लाभुकों का आवेदन प्राप्त किया जाएगा। साथ ही योग्य लाभुकों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करना भी सरकार एवं प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है।
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अपने संबोधन में कहा कि बीते 2 अक्टूबर से आयोजित किए जा रहे हैं आजादी के अमृत महोत्सव के तहत किए जा रहे सफल कार्य के लिए उपायुक्त एवं सहयोगी विभाग प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने आसपास या संबंधित कम से कम 5 लोगों को जिला विधिक सेवा के संबंध में जागरूक करें। ताकि सभी को न्याय और अधिकार के संबंध में जानकारी हो। पद्मश्री छुटनी महतो को पद्मश्री सम्मान मिलने पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इससे राज्य एवं जिला गौरवान्वित हुआ है।
पद्मश्री छुटनी महतो अपने संबोधन में अपने जीवन पर डावन कुप्रथा जैसी कलंक एवं इस दौरान हुए समस्याओं तथा उसके निष्पादन और उनके डायन कुप्रथा को समाप्त करने के संकल्प के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। मौके पर उन्होंने देश भर की महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि एक महिला दूसरी महिला को डायन बताकर उस पर अत्याचार ना करें। और ढोंगी बाबाओं की बातों में ना आए। उन्होंने बताया कि वह अब तक लगभग 145 महिलाओं को डायन कुप्रथा से बाहर निकाल कर उनके जीवन को बचाया है। और आगे भी समाज से डायन कुप्रथा को दूर करने के लिए कार्य करते रहेंगे।
कार्यक्रम के समापन पर मुख्य अतिथि सहित मंचासीन अतिथियों द्वारा जागरूकता के उद्देश्य से लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टाल का निरीक्षण किया। स्टॉल पर प्राप्त आवेदनों की संख्या एवं विभिन्न योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया।