लोक समिति ने आयोजित किया शराबबंदी सम्मेलन…
सरायकेला: जिला लोक समिति के तत्वाधान में नव भारत जागृति केंद्र-हजारीबाग और जमनालाल बजाज फाउंडेशन-मुंबई के सहयोग से स्थानीय उत्कल मणि आदर्श पाठागार में शुक्रवार को शराबबंदी सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय लोक समिति अध्यक्ष गिरिजा सतीश ने अपने संबोधन में शराब को व्यक्ति-परिवार-समाज-राज्य-देश के विकास में बाधक बतलाया। और कहा कि इसकी वजह से हिंसा, लूट, बलात्कार, सड़क दुर्घटना, महिला प्रताड़ना जैसे अपराधों में भारी वृद्धि हुई है।
इस मामले में हमें विदेशों से अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए क्योंकि वहां की जलवायु, सामाजिक बनावट, पीने का समय-तरीका आदि अलग है और उन देशों में पारिवारिक बिखराव के साथ मानसिक रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा आज सरकार पंचायती राज व्यवस्था और धरातल पर लोगों के बीच काम करने वाली संस्थाओं को प्रोत्साहित करने की बजाय उनपर कानूनी बंदिशें थोप रही है जिसके कारण लोक शक्ति कमजोर हो रही है। उन्होंने संपूर्ण भारत में शराबबंदी कानून लागू करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को किसानों हेतु पर्याप्त सिंचाई व्यवस्था करनी चाहिए। लोक समिति के प्रदेश संयोजक शंकर राणा ने लोक समिति की ओर से वर्ष 2014 और 2017 में क्रमशः बिहार-झारखंड में शराब विरोधी यात्राओं की जानकारी देते हुए झारखंड में शराब विरोधी अभियान की अद्यतन प्रगति से लोगों को अवगत कराया। नगर पंचायत के उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने शराबबंदी को समय की जरुरत बताया। कहा राज्य सरकार को बिहार के तर्ज पर झारखंड़ में अविलंब शराब बंगदी कानून लागू करना चाहिए ताकि शराब से हो रहे सामाजिक नुकसान को कम किया जा सके। शराब के कारण दुर्घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने कहा शहाब बंदी कानून के लिए सभी लोगो को एक मंच पर आकर आवाज बुलंद करने की जरुरत है। समेमलन को लोक समिति के राष्ट्रीय संयोजक कौशल गणेश आजाद,प्रमुख सदस्य अंगूर महतो,पूर्व मुखिया गणेश गागराई,लक्ष्मी ज्योति ने भी संबोधित कर शराब बंदी की पहल की। मौके पर गुरुपद महतो,राजाराम महतो,राजेश सिंहदेव,जगत प्रधान,कुंती लोहार व सोनाराम महतो समेत अन्य उपस्थित थे।