फर्नीचर व्यवसायी के भीषण डकैती काण्ड का पुलिस ने किया उद्भेदन,
पचंबा में डकैती का प्लानिंग किया गया था, चालक ने रैकी कर रखी थी ……
रांची न्यूज ब्यूरो – 18 नवंबर को हुए भीषण डकैती काण्ड का दो सप्ताह बाद उद्भेदन कर गिरिडीह नगर थाना पुलिस ने प्रेस वार्त कर किया । तो डकैती मंे शामिल आधा दर्जन अपराधी के साथ कारोबारी के घर से लूटे गए आईटेन वाहन समेत एक लाख 48 हजार नगद और ढाई लाख मूल्य के सोने और चांदी के जेवर को भी पुलिस ने बरामद करने में सफल रही। बरामद जेवरों में एक जोड़ा सोने का टॉप्स, नाक की नथिया, दो जोड़ा चांदी का पायल समेत अन्य जेवर शामिल है। पुलिस के अनुसार दो अपराधी अब भी फरार है। फरार अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। आईटेन वाहन को पुलिस ने पलामू के दुसरे गिरफ्तार अपराधी आंनद कुमार महतो के घर से बरामद किया।
प्रेसवार्त में पुलिस ने किया खुलासा –
जानकारी के अनुसार पुलिस के गिरफ्त से बाहर अपराधी पलामू जिले का बताया जा रहा है। जबकि पुलिस के हत्थे चढ़े छह अपराधियों मंे एक धनबाद के बैंक मोड़ का है तो तीन गिरिडीह के और फरार अपराधी तीन पलामू के अलग-अलग इलाके के रहने वाले है। लेकिन फर्नीचर कारोबारी उत्तम गुप्ता के घर रैकी करने के साथ डकैती की घटना की प्लांनिग पचंबा 28 नंबर निवासी संजय विश्वकर्मा ने तैयार किया था। तो घटना को अंजाम देने के लिए छह अपराधियों को संजय नामक अपराघी ने बुलाया था। वही भीषण डकैती का उद्भेदन नगर थाना पुलिस के जांच के क्रम में धनबाद के बैंकमोड़ से गिरफ्तार भुनेशवर बेलदार से हुआ। जो पेशे से गाड़ी चालक है और कांड में शामिल था। इसी ने एक-एक अपराधियों का पहचान पुलिस को दिया।
उक्त घटना में कितने अपराधि शमिल थे –
फर्नीचर व्यवसायी के घर सात अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था। दो सप्ताह बाद मिले उपलब्धि पर डीएसपी संजय राणा और नगर थाना प्रभारी रामनारायण चाौधरी समेत थाना की पूरी टीम इस दौरान प्रेसवार्ता में शामिल हुई। डीएसपी ने मौके पर बताया कि जिन छह अपराधियों को पुलिस ने दबोचा है। उसमें गिरिडीह पचंबा थाना क्षेत्र के 28 नंबर से दो अपराधी संजय विश्वकर्मा समेत राजकुमार पासवान के अलावे पलामू के पांकी से गोपाल सोनी साव, पलामू के लेस्लीगंज थाना के पिपराखुर्द निवासी आंनद महतो, गिरिडीह के अहिल्यापुर के सीमपुर गांव निवासी सुनील साव और धनबाद के बैंकमोड़ निवासी भुनेश्वर बेलदार शामिल है। प्रेसवार्ता के दौरान डीएसपी ने बताया कि घटना के बाद पुलिस गिरिडीह, धनबाद, रांची पलामू समेत पांच जिलों के 40 से अधिक ठिकानों में छापेमारी किया। तो 70 से अधिक लोगों को पूछताछ भी किया गया थ। गिरिडीह सेन्ट्रल जेल में बंद कई अपराधियों से पूछताछ किया गया। तो हाल के दिनों में जेल से छूटे अपराधियों तक पूछताछ हुआ।
डकैती के दौरान अपराधीयों ने कई सावधानी बरती थी …..
फर्नीचर कारोबारी के घर डकैती का यह मामला पूरी तरह से ब्लाइंड था। क्योंकि घटना के दौरान जितने देर तक अपराधी फर्नीचर कारोबारी के घर डकैती करते रहे। उतने देर तक अपराधियों ने गृहस्वामी और उनके फैमिली सदस्यों समेत अपने मोबाइल तक को बंद कर दिया था। जिसे पुलिस उनलोगों तक नहीं पहुंच सके। घटना के दौरान एक अपराधी घर के बाहर ही खड़ा था। और बाहर के हालात पर नजर रखे हुए था।
सोना को पुलिस ने की बरामद
प्रेसवार्ता के दौरान डीएसपी समेत अन्य अधिकारियों ने यह भी बताया कि डकैती के बाद लूटे गए जेवरात को अपराधियों ने पलामू से गिरफ्तार गोपाल सोनी साव को रखने के लिए दिया था। जो सारे जेवर को गलाने की तैयारी में था। लिहाजा, पुलिस ने इस गोपाल सोनी के पास से 50 ग्राम गला हुआ सोना भी बरामद किया।