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चाइल्डलाइन के पूर्व कर्मियों की एक टीम अपनी समस्याओं को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से मिला…

सरायकेला – संजय मिश्रा ।

राज्य स्तर पर चाइल्ड लाइन के पूर्व कर्मियों कघ एक टीम अध्यक्ष पीटर तिग्गा और सचिव राकेश मिश्रा के नेतृत्व में झारखंड के सभी जिले के coordinator साथ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के आवास में जाकर उन्हें ज्ञापन दिया। चाइल्डलाइन बच्चों की देखभाल एवं सुरक्षा की आवश्यकता के लिए एक आपातकालीन सेवा है। जो कोविड-19 जैसे महामारी के समय भी बच्चों की सुरक्षा के लिए अपना कीमती योगदान देती आई है। 31 अगस्त 2023 के बाद झारखंड चाइल्डलाइन के सभी कर्मियों को राज्य सरकार के माध्यम से नियुक्ति दिया जाना था। परंतु अब दिसंबर महीना भी समाप्त होने को है परंतु अब तक विभाग से किसी तरह का कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।

झारखंड चाइल्डलाइन के कर्मियों के द्वारा विभाग में चाइल्डलाइन कर्मियों की नियुक्ति से संबंधित पत्र विभाग में कई बार दिया जा चुका है। और साथ ही महिला एवं बाल विकास मंत्री जोबा मांझी एवं सरकार के उप सचिव विकास कुमार से भी मुलाकात कर ज्ञापन दिया गया था। जिसमें उनके तरफ से चाइल्डलाइन के पूर्व कर्मी को केवल आश्वासन ही मिला है। और अब तक कुछ नही किया गया है। ना ही कुछ सुचना प्राप्त कराया गया है। साथ ही ज्ञात हुआ है कि झारखंड सरकार चाइल्डलाइन को निजी कंपनी के हाथों में दे चुकी है। और साथ ही विभाग द्वारा चाइल्डलाइन में नए कर्मियों की नियुक्ति भी की जा रही है।

इसी संदर्भ में चाइल्डलाइन के सभी कर्मियों को उनके कार्य अनुभव को प्राथमिकता देते हुए नियुक्ति दिया जाए। जिसके लिए झारखंड चाइल्ड लाइन के सभी जिला के लीडर अपनी समस्या को लेकर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से मुलाकात कर अपनी समस्या को उनके समक्ष रखकर मांग पत्र दिया। बाबूलाल मरांडी ने आश्वासन दिया कि इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए वह इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द करेंगे एवं सभी पूर्व चाइल्डलाइन कर्मियों को नियुक्ति दिलाने का आश्वासन दिया।

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