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आदित्यपुर के नए थाना प्रभारी राजन कुमार के योगदान के साथ ही

गोलीकांड से हुई शुरूवात, 4 महीने के अन्दर 9 हत्याएं…..

(आशीष की हत्याकाण्ड की गुत्थी सुलझी नही की अपराधियों ने नये थानेदार को दिया

होमर्वक……..)

आदित्यपुर ( सुदेश कुमार/ ए के मिश्रा ) सरायकेला जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र अपराधियों और अवैधकारोबार का हब बनता जा रहा । जिसका असर आस-पास के थाना गम्हरिया,कपाली, चाण्डिल, सरारायकेला भी अपराधी आपना कारोबार को बढ़ा रहा है ।

आदित्यपुर फिर बेखौफ अपराधियों ने गोलीबारी की घटना को एक बार फिर अंजाम देते हुए पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दी है. ताजा घटनाक्रम रविवार दोपहर का है जहां आदित्यपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मांझी टोला के नदी किनारे शिरीष भट्टा के पास जुआ खेल रहे युवकों में आपस में झड़प हो गई जिसमें जुआ खेल रहे आकाश गोप नामक युवक को गोली मार दी गई है, घटना के बाद घायल युवक को, जमशेदपुर के टीएमएच अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर मांझी टोला के नदी किनारे शिरीष भट्टा के पास कुछ युवक जुआ खेल रहे थे ,जिसमें आकाश गोप नामक युवक भी शामिल था, इस बीच आपसी विवाद होने पर युवक के सिर में गोली मार दी गई, इस घटना के बाद पुलिस द्वारा घायल आकाश को पहले जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल भर्ती कराया गया बाद में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए युवक को टाटा मुख्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है ,जहां युवक का इलाज चल रहा है हालांकि उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है, बता दें कि आदित्यपुर में  थाना प्रभारी राजन कुमार के योगदान देने के 24 घंटे के बाद हुए गोलीकांड की घटना ने एक बार फिर पुलिस को खुली चुनौती दी है, वही 5 दिन पूर्व सातबोहानी दुर्गा पूजा मैदान में ट्रिपल मर्डर से लॉ एंड ऑर्डर पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

एक माह पुर्व हो चुकी है बड़े भाई की हत्या :-

गोलीकांड में घायल हुए आकाश गोप के बड़े भाई कार्तिक गोप की तकरीबन 1 महीने पूर्व ही सातबोहिनी में  निर्मम हत्या की गई थी जिसमे आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई थी , विगत 4 महीने में आदित्यपुर थाना क्षेत्र में अब तक 9 हत्याएं हो चुकी है जो सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रही है। वही कार्तिक गोप और आशीष गोराई की हत्या पर लगातार एसपी आनन्द प्रकाश पर भी सवाल के घेरे में है । जहां आदित्यपुर थाना में शाति, अवैधकारोबार पर अंकुश, ब्राउन सुगर पर लगाम लगाने के लिए एसपी 6 माह के कार्यकाल में ही थाना प्रभारी को बदलकर सिस्टम को सुधारने में नाकाम दिख रही है ऐसे में राजन कुमार का कार्यकाल कितने दिनों की होगी यह सबालों के घेरे में है।

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