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नई पहल :

सदर अस्पताल में ओपीडी पर्ची बनाने के लिए अब मरीजों को लंबी कतार में लगकर नहीं करना होगा इंतजार; ब्यौरा देने का झंझट होगा खत्म, इस महीने के अंत तक शुरू हो जाएगी नई सेवा…

क्यूआर कोड स्कैन करते ही हो जाएगा रजिस्ट्रेशन और बन जाएगी ओपीडी पर्ची…

सरायकेला: संजय मिश्रा । आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत शुरू की जा रही नई पहल से अब सदर अस्पताल सरायकेला में मरीज को ओपीडी में इलाज के लिए लंबी कतार में लगकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा। और ना ही उन्हें काउंटर पर अपना ब्यौरा देने की आवश्यकता होगी। यह फास्ट सुविधा मात्र एक क्यूआर कोड को स्कैन करते ही जरूरतमंद मरीज को उपलब्ध हो सकेगी। ये सब सरायकेला स्थित जिले के सबसे बड़े सरकारी सदर अस्पताल में इस माह के अंत तक संभव हो जाएगा। बताते चलें कि जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सदर अस्पताल सरायकेला में प्रतिदिन ओपीडी में सामान्य दिनों में 300 से 400 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। जबकि सीजनल स्थिति में कभी-कभी मरीजों की संख्या ओपीडी में 500 के आसपास भी पहुंच जाती है। जिससे रजिस्ट्रेशन कराने और ओपीडी पर्ची प्राप्त करने के लिए सदर अस्पताल आए मरीजों को लंबी कतार में लगकर खासा इंतजार करना पड़ता है। बताया जा रहा है कि क्यूआर कोड स्कैन करने की सुविधा उपलब्ध होने से सदर अस्पताल आने वाले मरीजों को काफी सुविधा और परेशानी से बचने से निजात मिल सकेगी।

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आभा ऐप से मिलेगी सुविधा:-

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल प्रसाद चौधरी और सदर अस्पताल मैनेजर संजीत राय बताते हैं कि आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट आभा ऐप के माध्यम से उक्त सुविधा को लाने का कार्य किया जा रहा है। जिसके लिए कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जा चुका है। कुछ तकनीकी सिस्टम इश्यू होने के कारण इस माह के अंत तक उक्त सुविधा की शुरुआत कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आगंतुक मरीज के पास एंड्राइड मोबाइल होना आवश्यक है। साथ ही मोबाइल में इंटरनेट सुविधा होनी चाहिए। और मोबाइल नंबर आधार कार्ड के साथ लिंक होना चाहिए।

ऐसे करेगा कार्य:-

उन्होंने बताया कि आगंतुक मरीज के मोबाइल में आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट आभा ऐप डाउनलोड होना चाहिए। जिसके माध्यम से काउंटर पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करते ही संबंधित मरीज के मोबाइल पर टोकन नंबर प्राप्त हो जाएगा। जिसे रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बताते ही मरीज को काउंटर से ओपीडी पर्ची मिल जाएगी।

अभी है उबाऊ व्यवस्था:-

मरीज अपने शारीरिक अस्वस्थता की परेशानी को लेकर अस्पताल पहुंचते हैं। और उन्हें रजिस्ट्रेशन करने के लिए काउंटर पर लंबी कतार में खासा इंतजार करना पड़ता है। और काउंटर पर अपनी बारी में पहुंचकर शारीरिक रूप से अस्वस्थ मरीज को अपना नाम, लिंग, पिता या पति का नाम, पता और मोबाइल नंबर जैसी जानकारियां देनी पड़ती हैं। जिसके बाद ही उन्हें रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ ओपीडी पर्ची मिल पाती है। क्यूआर कोड स्कैन की व्यवस्था लागू होने के बाद लंबी कतार में इंतजार और उसके बाद अपना ब्यौरा देने से मरीज को निजात मिल सकेगी।

“आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट आभा ऐप के माध्यम से क्यूआर कोड स्कैन व्यवस्था शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इससे सदर अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को लंबी कतार में लगकर इंतजार करने और अपना ब्यौरा उपलब्ध कराने जैसी व्यवस्था से निजात मिल सकेगा। इस माह के अंत तक इस नई सेवा के शुरू हो जाने की संभावना है।”

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