आदिवासी के ऊपर होने वाले अत्याचार को हम सब मिलकर खत्म करेंगें : पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन
बहरागोड़ा (देवाषीश नायक) बहरागोड़ा प्रखंड स्थित नेताजी शिशु उद्यान समीप सैरत भूमि पर शुक्रवार को विश्वआदिवासी दिवस पालन किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शामिल हुए. उनका जोरदार स्वागत आदिवासी परंपराओं के अनुसार किया गया. साथ ही उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धू मुर्मू , कान्हु मुर्मू, तिलका मांझी, डॉक्टर भीमराव अंबेडकर, जयपाल सिंह मुंडा, पंडित रघुनाथ मुरमू के फोटो चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि देखकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर विधायक समीर महंती ने कहा कि राज्य सरकार आदिवासियों के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण योजना चल रही है. विपक्षी दलों द्वारा षड्यंत्र के तहत मुख्यमंत्री को फसाया गया था. आज हमें एकजुट होकर उसका जवाब देने की जरूरत है. तभी जाकर हम अपने अधिकार को बचा सकेंगे. जल जंगल जमीन की रक्षा के लिए हमें एकजुट होने की जरूरत है.
वहीं मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा की झारखंड में लागू सीएनटी, एसपीटी एक्ट एवं वन अधिनियम आदिवासी मूलवासी मुख्य कवच है जिसी बचाना कर रखना चाहिए और इसके साथ-साथ हमारे संस्कृति की भी रक्षा करना चाहिए. हम आदिवासी पूरे विश्व में हैं जैसे कि हमारे पड़ोसी देश नेपाल तथा बांग्लादेश में भी है. हमारा बोली भी एक है, जाति परवरिश भी एक है और पूरे संसार एक है. लेकिन हमारे साथ ऐसा क्यों हो रहा है कि हम लूट जाते हैं. हमने तो किसी को कुछ लूट नहीं है. हमारे पूर्वज हमें जमीन खेत बना कर दिये है.
फिर भी हमारे खेत क्यों लूट जा रहे हैं.साथ ही उन्होंने कहा की आदिवासी दिवस के अवसर पर सभी अपने खेती का कार्य छोड़कर यहां उपस्थित हुए हैं इसलिए आप सभी को लोगों को धन्यवाद .इस मौके पर प्रोफेसर श्याम मुर्मू, कृष्ण मुंडा, असित मिश्रा,गुरुचरण मंडी,प्रमुख सुषमा सोरेन,मुन्ना होता,शीलू मांडी, विधान मांडी, रविचंद्र मांडी, सीताराम टुडू, पानसोरी हंसदा,सौमित्र ओझा एवं हजारो की संख्या में आदिवासी मूलवासी लोग उपस्थित थे.