
चाकुलिया: महामहीम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने किया स्वतंत्रता आंदोलन एवं हूल विद्रोह के नायक वीर शहीद चानकु महतो का मूर्ति अनावरण
संवाददाता: विश्वकर्मा सिंह
चाकुलिया प्रखंड के भातकुंडा पंचायत स्थित भालुकबिंदा गांव के समीप गुरुवार को स्मारक स्थल पर स्वतंत्रता आंदोलन एवं हूल विद्रोह के नायक वीर शहीद चानकु महतो का 169 वें शहादत दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महामहीम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार शामिल हुए. इस अवसर पर गवर्नर ने शहीद स्वतंत्रता सेनानी चानकु महतो की मूर्ति का अनावरण किया. अनावरण से पूर्व महामहिम राज्यपाल को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया. वहीं मूर्ति अनावरण में विशिष्ट अतिथि जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, ओडिशा की राज्यसभा सदस्य ममता महंता, अमित महतो और शीतल ओहदार शामिल हुए. मूर्ति अनावरण समारोह में महामहिम राज्यपाल को सांसद विद्युत वरण महतो ने गुलदस्ता देकर और समिति के संरक्षक हरिशंकर महतो ने पारंपरिक अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया.
जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने शहीद चानकु महतो के स्वतंत्रता संग्राम में बलिदान देने पर नमन किया. उन्होंने कहा कि झारखंड वीरों की भूमि है. चूआड़ विद्रोह के नायक रघुनाथ महतो से लेकर भागलपुर में बाबा तिलका माझी, सिद्धो- सिद्धो-कान्हो, भगवान बिरसा मुंडा समेत अनेक सपूतों ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन किया था और अंग्रेजों को भारत छोड़ो का नारा दिया था. उन्होंने कहा कि शहीद चानकु महतो के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा.
संबोधित करते हुए शीतल लोहदार ने कहा कि समाज के लिए बलिदान देकर इतिहास रचा है. इसलिए आज के दिन समाज के सभी लोगों को बलिदास दिवस के रूप में मनाने का आग्रह किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि शहीद चानकु महतो की मूर्ति का अनावरण के पावन अवसर पर उपस्थित होकर उन्हें काफी खुशी हुई है. भारत देश की भूमि वीरों और बलिदानियों की रही है. शहीद चानकु महतो को 15 मई 1856 में गोड्डा की राजकचहरी क्षेत्र स्थित कझिया नदी के किनारे फांसी दी गई थी. यह केवल एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं बल्कि संघर्ष का बलिदान था. उन्होंने कहा कि शहीद चानकु महतो ना केवल एक क्रांतिकारी थे, बल्कि अपने समाज के प्रति समर्पित एक सच्चे जननायक थे. उनका जीवन साहस, नेतृत्व और आत्मबलिदान का एक प्रमुख उदाहरण था. आपन माटी, आपन दाना, पेट काटी, नाई देबो खजाना, क्रांतिकारी नारे ने ना केवल ब्रिटिश सत्ता को चुनौती दी बल्कि जनमानस में भी चेतना को भर दिया. उन्होंने कहा कि चानकु महतो की मूर्ति आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र प्रेम की प्रेरणा देगी. राज्यपाल ने कहा कि विगत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को आक्रोश से भर दिया. हमले में निर्दोष मासूमों को धर्म पूछ कर उनके परिवार के सामने बेरहमी से मार डाला गया. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर उनकी ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया. उन्होंने कहा कि अपनी पराक्रमी सैनिकों को इसके लिए सलाम करता हूं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि इस आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकियों और साजिशकर्ताओं को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा दी जाएगी.
इस मौके पर उपायुक्त अनन्य मित्तल, वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, एडीएम अनिकेत सचान, ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग, घाटशिला के अनुमंडल पदाधिकारी सुनील चंद्र, अंचल अधिकारी नवीन पूर्ति, बीडीओ आरती मुंडा, नगर पंचायत के प्रशासक चंदन कुमार, जिला परिषद सदस्य धरित्री महतो, अमित महतो, रायदे हांसदा, मुखिया मोहन सोरेन, कुड़मी संस्कृति विकास समिति के केंद्रीय अध्यक्ष सपन कुमार महतो, कोकिल चंद्र महतो, मनोरंजन महतो, चंदन महतो, जगन्नाथ महतो, गिरीश चंद्र महतो, दिलीप कुमार महतो, मुकेश महतो, रंजन महतो आदि उपस्थित थे.
