अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच 14 सूत्री मांगों के साथ सुवर्णरेखा परियोजना कार्यालय में विभाग के कुटनिति के खिलाफ विरोध प्रर्दशन कर पुनः मोर्चा खोला…
चांडिल (सुदेश कुमार): अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच के अध्यक्ष राकेश रंजन के नेतृत्व में 14 सूत्री मांगों को लेकर सुवर्णरेखा परियोजना अंचल एवं प्रमंडल कार्यालय चांडिल में समुचित पुनर्वास कार्य के लिए विस्थापितों के साथ शांतिपूर्वक तरीक़े एकदिवसीय विरोध प्रदर्शन किया गया । सथ ही 14 सुत्री मांगों के साथ मांग पत्र सौपा गया । इस संबंध मे मंच के अध्यक्ष राकेश रंजन ने कहा कि चांडिल डैम में आर एल 183 मी तक प्रभावित विस्थापित क्षेत्र के विस्थापितों को पुनर्वास से संबंधित अपने दावे, आपत्ति एवं आवेदन के लिए दिनांक 31/12/2023 तक अंतिम तिथि घोषणा विभाग के द्वारा किया गया था।
इस सूचना के आलोक में उक्त तिथि तक लगभग 3000 आवेदन जमा किए थे। उन आवेदनों पर अभी तक कोई कार्य नहीं किये जाने और विभाग के द्वारा विकास पुस्तिका बनने के लिए कुल-600 एवं पुनर्वास अनुदान से संबंधित कुल 200 आवेदन प्राप्त किये जाने की सूचना दियागया । जिसके विरोध में मंच सैकड़ों के संख्या में गेट जाम कर शांति पूर्ण तरिके से प्रर्दशन किया । वही राकेश रेजन ने कहा की विभाग मंच को पारदर्शिता के साथ निम्न 14 सूत्री मांगे सामने रखें।
अखिल झारखंड विस्थापित अधिकार मंच ने विभाग को 14 सूत्री माँग पत्र का जवाब मांगा….
1. 183 आर.एल प्रभावित विस्थापित के लिए दावा,आपत्ति एवं आवेदन देने का अंतिम तिथि 31.12.2023 का अवधि विस्तार किया जाए।
2. 183 आर.एल प्रभावित सभी में गांव में दावा,आपत्ति एवं आवेदन देने हेतु कैंप लगाया जाए।
3. 31 दिसंबर 2023 तक 183 आर.एल प्रभावित विस्थापितों द्वारा प्राप्त कुल आवेदनों को वर्गीकरण कर ( मूल तथा विभाजित विकास पुस्तिका, सभी प्रकार के मुआवजा एवं नियोजन) की संपूर्ण विवरण के साथ सूची दिया जाए।
4. विभाग अनुसार 31 दिसंबर 2023 तक प्राप्त 600 विकास पुस्तिका बनने हेतु तथा 200 अनुदान राशि प्राप्ति हेतु आवेदन का सूची संपूर्ण विवरण के साथ दिया जाए।
5.. प्रथम चरण में 31.12.2023 तक 183 आर.एल. प्रभावित विस्थापितों का कुल कितना मूल विकास पुस्तिका बना है तथा कितना अभी बनने के प्रक्रिया में है। पूर्ण विवरण के साथ सूची दिया जाए।
6. प्रथम चरण में 31.12.2023 तक 183 आर.एल. प्रभावित विस्थापितों का कुल कितना विभाजित विकास पुस्तिका बना है तथा कितना अभी बनने के प्रक्रिया में है। पूर्ण विवरण के साथ सूची दिया जाए।
7. 183 आर.एल. प्रभावित विस्थापित गांव के पुनर्वास हेतु कार्य को देखने के लिए किन को किस गांव के लिए प्रभारी,सहायक एवं मापक बनाया गया है ।इसका सूची दिया जाए।
8. विकसित 13 पुनर्वास स्थल में कुल प्लाटों की संख्या ,आवंटित भूखंड एवं बिना आवंटन के विस्थापित/गैर विस्थापित द्वारा अवैध दखल प्लॉटों तथा खाली पङे प्लॉटों की सूची संपूर्ण विवरण के साथ दिया जाए।
9. पुनर्वास स्थल में बसाए गए सभी विस्थापितों को जमीन का पट्टा यथाशीघ्र दिया जाए।
10. अविकसित कुल 9 पुनर्वास स्थल कि कुल प्लाटों की संख्या थाना,मौजा,खाता संख्या के साथ संपूर्ण विवरण दिया जाए ।
11. अविकसित 9 पुनर्वास स्थल में विकास का कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए।
12. 35-40 साल से आर एल 183 प्रभावित गांव का विकास पुस्तिका निर्माण एवं अनुदान राशि भुगतान किया जा रहा है, जबकि चांडिल डैम से 116गांव विस्थापित हुए हैं, इसलिए सभी विस्थापित गांव का विकास पुस्तिका निर्गत एवं विकास पुस्तिका अनुदान राशि भुगतान किया जाए।
13. चांडिल डैम के नौका विहार का वन्दोबस्ती विस्थापित को किया जाए, एवं समिति द्वारा बकाया 1करोड़ 6लाख 50हजार रुपया राजस्व वसूली किया जाए, वसूली राजस्व को विस्थापितो को विकास पुस्तिका अनुदान राशि जिसको भुगतान नहीं हुआ है, उनका भुगतान किया जाए।
14. चांडिल डैम से विस्थापित सभी 116 गांवों का पुनर्वास से संबंधित संपूर्ण समस्याओं का समाधान जब तक नहीं होता है तब तक चांडिल डैम में जल स्तर आर.एल 177 मीटर रखा जाए ।
इस मौके पर मुख्य रूप से विवेक सिंह बाबू, परीक्षित गोराई, त्रिलोचन महतो,रंजीत सिंह मुंडा, प्रथमी महतो ,गीता रानी महतो,पारुवाला महतो,धरनीधर महतो,सोमवारी महतो ,जितेंद्र नाथ महतो एवं सैकड़ों विस्थापित उपस्थित थे।