2 सुत्री मांगों को लेकर विस्थापित पीछले 21 सितम्बर से 8 दिनों से अनशन पर वैठा है
अनशनकारियों के पण्डाल में अनियंत्रित होकर घुसा
ट्रेक्टर, पत्रकार सहित 7 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल,
आक्रोशित होकर विस्थापित उतरे सड़क पर, समाचार
लिखें जाने तक सड़क है जाम ……
चाण्डिल (परमेश्वर साव) चांडिल डेम रोड स्थित स्वर्णरेखा परियोजना के अंचल एवं प्रमण्डल कार्यालय के समक्ष दो सु़त्री मांगों को लेकर 21 सितम्बर से अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठे है । लगभग शाम को 4 बजे अनशनकारियों के टेंट में एक गिट्टी लदा अनियंत्रित ट्रेक्टर जेएच 05 सी एक्स 7005 जा घुसा । आमने वैठे सैकड़ों के संख्या में महिला पुरूष में अफरात तफरी मच गया । इस दौरान 6 लोगों की घायल की सूचना प्राप्त हुयी है । चाण्डिल समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक इलाज के बाद 4 व्यक्ति को टाटा मेन अस्पताल भेजा गया है । दुर्घटना में स्थानीय पत्रकार दिलीप प्रामाणिक और फनी भुषण टुडू समेत करीब आधा दर्जन से अधिक विस्थापित ट्रैक्टर के नीचे दबने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए ।
घटना के बाद मुखिया होटल से चाण्डिल की सड़क पर अनशनकारी उतर कर जाम कर दिया । सूचना मिलते ही चाण्डिल थाना घटना स्थल पर पहुंची । समाचर लिखे जाने तक सड़क आन्दोलनकारी जाम कर रख है ।
विस्थापितों की मांगें :-
अननिश्चित कालिन अनशन पर विस्थापित 2 सुत्री मांगों को लेकर पीछले 21 सितम्बर से 8 दिनों से अनशन पर वैठा है । 2 सुत्री मांगों पर सरकार से नियुक्ति और 25 डिसमिल जमीन की मांग लेकर चांडिल डेम रोड स्थित स्वर्णरेखा परियोजना के अंचल एवं प्रमण्डल कार्यालय के समक्ष अनशन पर है । अनकारियों का कहना है कि पूर्वजों से वर्ष 1980 में एक समझौता तत्कालिन बिहार सरकार से करार किया गया था । जिसमें विस्थापित परिवार के प्रत्येक घरों से एक नौकरी में नियुक्ति और 25 डिसमिल जमीन देने का समझौता हुई थी । यदी सरकार इन दोनों मांगोें पर अमल नहीं करती है तो चांडिल डेम का जल स्तर 177 रखा जाय।