निगरानी समिति के सचिव विजय कुईरी बेल पर रिहा, कहा बालू माफियाओं का ईचागढ़ में चल रहा है षड़यंत्र ग्राम प्रधानों के खिलाफ…
चांडिल: (सुदेश कुमार) अवैध बालू कारोबारीयों के खिलाफ और ग्राम प्रधानों के हक अधिकार के लिए आन्दोलन रत विजय कुईरी मंगलवार को सरायकेला न्यायलय ने न्याय देते हुये तत्काल बेल पर रिहा हुये और ईचागढ़ विधान सभा पहुंचे और चौका स्थित फुलोजानों मोड़ पहुंचे कर झारखंड आदोलनकारी शहीद फुलो जानों के प्रतिमा माल्यापन किया साथ ही चौका मोड़ पर शहिद अजित धंनजय के प्रतिमा पर माल्यापन किया ।
जिला लोक-जन प्रतिनिधि निगरानी परिषद् कोल्हान ईकाई की सदस्यों ने भी शहीदों के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया । वही सभी सदस्यों ने निगरानी समिति के सचिव विजय कुईरी को पुष्पमाला पहना कर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया । जिला लोक-जन प्रतिनिधि निगरानी परिषद् के सदस्यों में खुशी की लहर देखा गया ।
करमू मार्डी ने बताय की अवैध बालू कारोबारीयों और पुलिस की साजिश के तहत् पुलिसिया कार्रवाही की गई थी। न्यायलय ने न्याय देकर अवैध बालू कारोबारीयों का मनोबल तोड़ने का काम किया ।
वही राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं समाजिक न्याय आयोग के प्रदेश महासचिव सुभाष साही ने कहा कि विजय कुईरी की रिहाई ईचागढ़ में हो रहे अवैध बालू कारोबारीयों को चुनौती है । जल्द ही सरकार गजट में निहित अधिकारों पर भी विचार करेंगी और जिला लोक-जन प्रतिनिधि निगरानी परिषद् के उद्देश पुरा होगा । वही बताया कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग भारत सरकार को ज्योति मांझी के द्वारा आदिवासीयों के अधिकार हनन को लेकर शिकायत दर्ज की करायी थी । रांची क्षेत्रीय कार्यालय के प्रदीप दास अनुशंधान पदाधिकारी के द्वारा संबंधित पदाधिकरी के द्वारा नोटीश जारी किया गया है ।
वही विजय कुईरी की रिहाई पर सदस्यों और ग्राम प्रधानों में खुशी देखी गई । विजय कुईरी ने ग्राम प्रधानों को संबोधित करते हुये कहा कि जिला प्रशासन और जिला लोक-जन प्रतिनिधि निगरानी परिषद् के बीच विचारों की मदभेद है। जहां सरकार की गजट में निहित् अधिकार के आधार पर ग्राम प्रधान को मिलेगा । इन माफिओं के द्वारा रचे षड़्यंत्र का असर निगरानी समिति पर नहीं होगी । अभी अधिकारों की लड़ाई की शुरूवात है ।