रैयतदारो ने पुलिस पर जबरन बदसूलकी से रैयत भूमि से हटाने का लगाया आरोप…
मामला बिहार आयरन स्पंज कंपनी के संड़क को रैयतदारों ने स्थायी नौकरी को लेकर 3 दिनों से सड़क को रखा था जाम…
चांडिल (कल्याण पात्रा)
चांडिल प्रखंड अंतर्गत लाखा स्थित बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड कंपन सह वनराज स्टील कंपनी प्रबंधन द्वारा वादा खिलाफी पर आक्रोशित आदिवासी रैयादारो ने 8 अगस्त से कंपनी का मुख्य मार्ग को बाधित कर दिया था । जिसे लेकर दोपक्षीय वार्ता विफल रहा । बीते शाम को पुलिस ने जबरन नाबालिक दूध पीते बच्चे, गर्भवती महिलाएं, सहित घरों से भी बलपूर्वक हिरासत में लेकर थाने लाया गया ।
बता दें गत 8 अगस्त से सड़क जाम स्थायी महिला पुरूष और बच्चें सड़क पर उतर कर मालवाहक वाहनों को तीन दिनों से रोक रखा था । कंपनी को जाने वाली सड़क पर सैकड़ों मालवाहक वाहन तीन दिनों से खड़ी थी। रैयतों ने कंपनी गेट से कुछ दूरी पर महिलाओं ने पेड़ गिराकर सड़क को जाम कर दिया है। सड़क जाम के कारण आवागमन बाधित था, कंपनी के भीतर भी सैकड़ों गाड़ियां फंसी हुई थी। कंपनी में स्थायी नौकरी देने की मांग पर यह सड़क जाम किया गया था ।
रैयतदार मुगली बेसरा ने कहा कि जिस सड़क का उपयोग कंपनी कर रही हैं वह हमारी रैयती जमीन है। उक्त जमीन के बदले में किसी तरह का मुआवजा नहीं मिला है। जब बीएसआईएल कंपनी स्थापित किया था तो जमीन के बदले सभी रैयतों को स्थायी नौकरी देने की बात थी। जब बनराज स्टील ने कंपनी को चलाने के लिए भाड़े पर लिया था तब भी रैयतों को स्थायी नौकरी देने पर सहमति बनी थी। डेढ़ साल से रैयतों को प्रबंधन द्वारा केवल आश्वासन दिया जा रहा है। कई बार प्रबंधन के साथ वार्ता हुई लेकिन हमें अपना अधिकार नहीं मिला है। प्रशासन की ओर इस दिशा में कोई पहल नहीं हुआ है। शाम 6 बजे लगभग चांडिल पुलिस जिसमे कोई महिला पुलिस शामिल नही थी जबरन पुलिस वाहन में 3 वर्ष 5 वर्ष और 6 वर्ष के बच्चे, गर्भवती महिला को जबरन धाकामुक्की कर पुलिस जीप में बैठने का आरोप लगाई ।
रीता बेसरा ने गर्भवती रैयादार ने कहा कि हमारी मांग एक ही है कि जिन लोगों ने अपनी जमीन देकर कंपनी बसाया था, उन जमींदारों को कंपनी में स्थायी नौकरी दी जाय। प्रबंधन के इशारे पर चांडिल थाना पुलिस बेरहमी से पुलिस वाहन में तीन छोटे छोटे बच्चो को भी थाने ले आए और पुलिस पर बलजोरी और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया ।