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एक दशक बाद भी अधिकतर कालेज रह जायेंगे बिना प्राचार्य के

रिपोर्ट : संजय कुमार विनीत

पटना : बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने विज्ञापन जारी कर राज्य के 173 अंगीभूत कॉलेजों के लिए प्राचार्य पद के लिए आवेदन मांगे थे। इसके लिए कुल केवल 298 ही अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें से केवल 156 उम्मीदवार साक्षात्कार के पात्र रहे। फिलहाल रिक्त पद वाले अंगीभूत कॉलेज के लिए साक्षात्कार के लिए एक-एक उम्मीदवार भी नहीं मिल सका है।ऐसे में अधिकतर कॉलेजों के प्राचार्य पद खाली रह जाने की स्थिति तय मानी जा रही है।

बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने 18 और 19 मार्च को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अकादमिक भवन में साक्षात्कार का प्रबंध किया है। साक्षात्कार दो पालियों में हाेगा। बता दें कि संबंधित कॉलेजों में प्राचार्यों के स्थायी पद दशक भर से अधिक समय से खाली हैं। और इतनी कवायद के बाद भी कयी कालेज के प्राचार्य विहीन रह जाने की संभावना है।

रणनीति यह बतायी जा रही है कि विश्वविद्यालय सेवा आयोग साक्षात्कार के बाद चयनित होने वाले प्राचार्यों को उनकी च्वाइस के आधार पर संबंधित विश्वविद्यालयों को आवंटित कर देगा। इसके बाद विश्वविद्यालय उनकी नियुक्ति जिस भी अंगीभूत कॉलेजों को करना चाहेंगे, इसके लिए वह स्वतंत्र होंगे। जानकारों के अनुसार साक्षात्कार के लिए योग्य पाये गये उम्मीदवारों की गणना कोटिवार की गयी है। चयनित अभ्यर्थियों को सूचना निबंधित डाक से भेजी जा चुकी है। कॉल लेटर प्राप्त नहीं होने की स्थिति में अभ्यर्थी आयोग कार्यालय की दूरभाष संख्या 0612- 2211011 पर संपर्क कर सकते हैं।

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