प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे किसानों ने बताया की जैविक खेती से होगा अधिक मुनाफा …
नोनीहाट/निज संवाददाता
बीएयू द्वारा तीन दिवसीय बिरसा मुंडा कृषि विश्वविद्यालय रांची के समीप एग्रोटेक किसान मेला का आयोजन दिनांक 03-03-24 को आयोजित किया गया था | जिसमे झारखंड के प्रगतिशील किसानों का समूह मेला मे भाग लिए | पीकेवीवाई योजना से जुड़े दुमका के लगभग सैकड़ों किसानों ने भागीदारी की। किसानों ने बताया कि पीकेवीवाई का लक्ष्य है झारखंड में जैविक खेती और प्रमाणीकरण को बढ़ावा देना जिसमे जैविक निर्यात की भारी संभावना है |
यह योजना जैविक कृषि पद्धति को अपनाने वाले किसानों को वित्तीय सहायता,प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान करती है | इसमें ओफाज के अंतर्गत सेवा प्रदाता एको गारंटी डिवीज़न ऑफ़ इकॉन जो की औरंगाबाद (महाराष्ट्र) की कंपनी है। जिसमे किसानों से जुड़ी समस्या और जैविक खेती से जुड़े उत्पाद से संबंधित नई-नई तकनीकों की जानकारी हम सभी किसानों को दी गई ।
जिससे जैविक उत्पाद एवम निर्यात में मदद मिलेगी और झारखंड राज्य जैविक की ओर अग्रसर होगा | किसानो के द्वारा झारखंड में जैविक उत्पादों का स्टाल पर प्रदर्शन और जैविक झारखंड का ब्रांडिंग किया गया। मोके पर हीरालाल चौधरी, कृष्णा चौधरी, अनिल चौधरी, प्रमोद कुमार यादव, फंटूश चौधरी, राजेश पंजियारा, चंदन कुमार, रमाकांत शर्मा, शीतल मांझी, गोपाल दास, प्रेमकांत यादव, अजय मांझी, सीताराम यादव आदि अन्य किसान उपस्थित रहे |