सरकारी अनाज गोदामों का भौतिक सत्यापन करने पहुंचे प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी…
गम्हरिया: जगबंधु महतो
सरायकेला जिला के गम्हरिया प्रखंड परिसर में मौजूद विवादित सरकारी अनाज गोदामों का प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी भौतिक सत्यापन करने पहुंचे।
मंत्री बना गुप्ता के निर्देश के बाद गम्हरिया प्रखंड परिसर में मौजूद अनाज गोदामों का सरायकेला एसडीओ की टीम ने निरीक्षण करते हुए एक रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध करवाया था। जिसके बाद विभाग के मिले निर्देश अनुसार गाइडलाइनो के तहत अनाज गोदाम में मौजूद अनाज जिसमें चावल ,दाल, चीनी एवं अन्य का भौतिक सत्यापन करने के लिए गम्हरिया प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी सभी अनाज गोदामों में बारी बारी निरीक्षण करते देखे गए। उन्होंने कई घंटों तक गोदाम में रखे बोरियों का सत्यापन किया। वही निरीक्षण के दरमियान अंचल अधिकारी कमल किशोर अनाज रखने के तरीके से काफी नाराज देखे गए।
बिना कैमरे पर आए पदाधिकारी ने बताया कि इसकी जानकारी सीधे विभाग को समर्पित किया जाना है। हालांकि उन्होंने बताया है की अनुकंपा के आधार पर भीएलडब्लू की नौकरी करने वाले प्रभारी सहायक गोदाम प्रबंधक बीते लगभग 5 बरस से इस गोदाम में जमे हुए हैं। जिस पर भी उच्च अधिकारियों द्वारा कार्रवाई करने की सूचना मिल रही है। रखरखाव का आलम यह है कि सरकारी अनाज का वितरण जहां हर समुदाय के लोगों को करना है वहां अनाज गोदाम के दीवारों पर चारों ओर थुका हुआ पाया गया ।
जो की अनुकंपा के आधार पर भीएलडब्लू की नौकरी करने वाले सहायक गोदाम प्रबंधक की योग्यता पर सवालिया निशान उठता है। खाद्य पदार्थ भंडारण करने वाले स्थान पर चारों और झुका हुआ पाया जाना बिल्कुल ही नियम संगत नहीं है। ऐसे भी खाद्य पदार्थों पर थूकने को लेकर विवाद देशव्यापी है। लेकिन यह प्राय किसी खास समुदाय के द्वारा किया जाता था। लेकिन यहां एक सरकारी कर्मी की मौजूदगी में ऐसा किया जाना उसकी योग्यता की पोल खोलता है।