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घाटशिला : ईर्ष्या और  षड्यंत्र से प्रेरित होकर शुभश्री कर के खिलाफ किया गया है शिकायत :- मनोज कर

संदर्भ : घाटशिला प्रखंड अन्तर्गत घोटिडोबा गांव में सरकारी राशन दुकान से लाल रंग के रासन कार्ड का लाभ ले रही महिला…

✍️ … दीपक नाग

घाटशिला : कहा जाता है, समस्याओं से भागकर नहीं सामना करके समाधान करना चाहिए।‌ सरकारी खाद्यान्न का अनुचित तरीके से लाभ उठाने वाली आरोपित महिला का जेठ ने इस मामले पर अपना पक्ष रखकर अनेक अनसुलझे पहलुओं को प्रकाश डालने में सहयोग किया। बता दें कि, वानांचल २४ टीवी लाईव में कल (८/३/२०२५) को घोटिडोबा गांव की एक महिला शुभश्री के संबंध में एक समाचार प्रकाशित हुआ था ।‌ उसके खिलाफ यह आरोप लगाकर किसी ने जिला स्तर से लेकर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी तक को लिखित शिकायत किया था कि, शुभश्री कर अपने बारे में सही जानकारी छुपाकर लाल राशनकार्ड बनाकर सरकारी अनाज का उठाव करती रही।‌ प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अपने जांच में जुटी हुई है।

इधर शुभश्री कर के जेठ मनोज कर ने वानांचल को अपना पक्ष रखते हुए कहा, शुभश्री कर उनका मंझले भाई पंकज कर की पत्नी है । मनोज कर ने कहा, खानदानी आर्थिक हालात को दिखाकर किसी एक भाई का आर्थिक अवस्था का आंकलन करना संभव नहीं है ।‌ उन्होंने यह भी कहा, पंकज कर का कोई विशेष रोजगार का श्रोत नहीं है और बचपन से कान से भी कमजोर है । हम परिवार वालों पर आश्रित है उसका पुरा परिवार।‌ एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, हमारे परिवार को परेशान करने के लिए किसी ने अपना सही परिचय छुपा कर शिकायत दर्ज किया है। मनोज कर ने कहा, शिकायत करने वाले खुद को एक संथाल आदिवासी के रूप में प्रस्तुत करना चाहा ।‌ जबकि, घोटिडोबा गांव में एक भी संथाल आदिवासी का घर नहीं है ।‌ आरोप में सच्चाई होता तो शिकायत कर्ता अपना नाम न छुपाता और न ही सामने आने से घबराता । उन्होने कहा, अगर जांच होती है तो, सच्चाई सामने आ जाएगा और षड़यंत्र करने वाले के लिए यही सही जबाब होगा ।

बहरहाल, सरकारी तंत्र सिर्फ एक शिकायत के पीछे न भाग कर इसकी क्षेत्र बड़ा करें तो, हजारों ऐसे लोग मिलेंगे जो सक्षम होकर भी सरकारी अनाजों में वर्षा से अपना हाथ साफ करता आ रहा है ।‌ जिनपर किसी का नजर आज तक नहीं जा सका है ।

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