Spread the love

जरूरत पड़ने पर  आदिवासी सेना सभी अंचलों में जमीन की समस्या से संबंधित जनता दरबार भी लगाएगा : अजय कच्छप…

नामकुम  Arjun Kumar । प्रखंड के पिंडारकोम कुटियातु स्थित अदन वाटिका में आदिवासी सेना का बैठक हुई। मुख्य अतिथि आदिवासी सेना केंद्रीय अध्यक्ष  अजय कच्छप रहें  । श्री कच्छप ने बताया  बहुत दु:ख होता है कि हमारे झारखण्ड राज्य में सीएनटी/एसपीटी एक्ट जैसे मजबूत कानून होने के वाबजूद हमारे  जल,जंगल,जमीन को भू-माफियाओं एवं भ्रष्ट अधिकारियों के मिली-भगत से अवैध तरीका से अतिक्रमण कर लुटने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे देखते हुए “आदिवासी सेना” प्राथमिकता के आधार पर जल,जंगल,जमीन की समस्या की लड़ाई लडेगा । जरूरत पड़ने पर  आदिवासी सेना सभी अंचलों में जमीन की समस्या से संबंधित कैम्प(जनता दरबार)भी लगाएगा ।

जिस क्षेत्र की जमीन संबंधित समस्या होगा वहाँ के स्थानीय संगठन से मिलकर समस्या का समाधान करेंगें। आदिवासी सेना संगठन का विस्तार झारखंड राज्य के दक्षिणी छोटानागपुर के सभी जिला से किया जायेगा। आदिवासी सेना का केंद्रीय कार्यालय एक महीना(30दिनों) के अंदर खोला जायेगा । उन्होंने बताया 8अप्रैल राँची बंद-सरना झंडा को उखाडने एवं जलाने को लेकर असामाजिक तत्व भू-माफिया एवं धर्म विरोधी के अविलंब गिरफ्तारी की आदिवासी सेना माँग करती है।एवं महाविरोध का आदिवासी समर्थन करते हुए आदिवासी सेना राँची जिला कमिटी व राँची महानगर अध्यक्ष अजीत लकड़ा के नेतृत्व में आदिवासी सेना के द्वारा राजधानी में जगह-जगह राँची बन्द कराया गया।

आदिवासी सेना केन्द्रीय सचिव मंशा बडाईक ने कहा कि झारखंड की राजधानी राँची के सभी 18 प्रखण्डो में आदिवासी सेना प्रखण्ड कमिटी का विस्तार करने की शुरूआत कर दिया है ।  आदिवासी सेना प्रखण्ड कमिटी नामकुम का चुनाव किया गया जिसमें  सर्वसम्मति से प्रखण्ड अध्यक्ष-किशुन  भूटकुंवार उपाध्यक्ष  निर्मल एक्का,सचिव  शिव एक्का चुने गये। पूर्व झाविमो नेता  सह वरीष्ठ सामाजसेवी बंधना उराँव उर्फ कोका ने कहा कि  झारखंड राज्य में धडल्ले से साजिश के तहत पूर्वजो का संरक्षित कर रखा गया जल,जंगल जमीन को भी लुटने का प्रयास किया जा रहा है  जिससे पूरा आदिवासी समाज आक्रोश में है। हमलोग वीर शहीद धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा,तिल्का-मांझी,चाँद-भैरव,नीलाम्बर-पिताम्बर व अन्य वीर शहीदों के वंशज हैं जिन्होंने जल,जंगल,जमीन की रक्षा के लिए अपने जान  निच्छावर कर दिये जिसका खून हम सभी लोगों के शरीर के रग-रग में दौड़  रहा है। हम सभी को मिलकर आदिवासी सेना संगठन को मजबूती प्रदान करने की जरूरत है।आदिवासी सेना ही झारखंड के जल,जंगल,जमीन की रक्षा कर सकता है ।

राँची जिला सचिव  सह हाहाप मुखिया नन्हें कच्छप ने कहा कि आदिवासी सेना संगठन को पूरे झारखंड में एक उम्मीद के तौर पर देख रहा है।   कार्यक्रम में आदिवासी सेना के केंद्रीय संगठन सचिव  राजेश लिण्डा, केन्द्रीय संगठन सचिव विश्वा तिर्की,राँची जिला संगठन सचिव-सुमन लोहरा,ग्राम प्रधान अजय सिंह मुण्डा,महानगर संगठन सचिव-चामु बेक,लिण्डा,रोशन तिर्की,मंगल सिंह टोप्पो,हरि केरकेटा,सुंदर सिंह बडाईक,पतरस टोप्पो,सनिका पाहान,गणेश लोहरा  जीतन देवी,उतम तिग्गा,बिरेन्द्र उराँव,पवन मुण्डा,प्रदीप कुम्हार,संदीप लकडा,सुकरा मुण्डा,बिरसा टोप्पो,आनन्द तिर्की,रवि एक्का,अमन लकडा,प्रवीन तिर्की,अनील लकडा व अन्य शामिल हुए।

Advertisements

You missed