ठगी के नये तरिके का जमशेदपुर पुलिस ने किया पर्दाफाश,
पश्चिम बंगाल और झारखंड के कई शहरों में नकली पुलिस
बनकर घटना को दिया है अंजाम …
जमशेदपुर (दीप) डर और कानून व्यवस्था से लोगों का खौफ उतर गया है । जहां पुलिस नये-नये तरिके के अपराध पर लगाम लगाने की अथक प्रयास करते है । वही अपराधी अपराध के नये तरिकों का निजाद करने में लगे हुये है । आखिर आम जनता आज भी सुरक्षित नहीं है । वही जमशेदपुर में नकली पुलिस कर्मी बन लोगों से ठगी करने वाले अर्न्तराज्य गिरोह ईरानी गैंग का पुलिस ने भांडाफोड किया है ।़ सरगना समेत तीन नकली पुलिस को गिरफ्तार किया । कई राज्यों में घटना को अंजाम देकर जमशेदपुर पहुंची गैंग को पुलिस ने धरदमोचा । कोलकाता के पुरूलिया और बोकारो में कई घटना को अंजाम दिया है
वही जमशेदपुर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. देश के विभिन्न शहरों मंे पुलिस कर्मी बन लोगों से गहनों की ठगी करने वाले ईरानी गैंग के मुख्य सरगना समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य सरगना मध्यप्रदेश भोपाल के निषाढपूरा निवासी सादिक हुसैन, तकबीर खान और महाराष्ट्र के पुणे के शिवाजीनगर थाना क्षेत्र निवासी कासिम बेग शामिल है. पुलिस ने आरोपियों को निशानदेही में ठगी कई गहने जप्त किया है. पूछताछ में आरोपियों ने बीते सालों में विभिन्न कांडों में संलिप्त होने की बात पुलिस को बताया है. जिसमे मानगो में 7, कदमा में 3, सोनारी में 1 और साकची में 2 मामले थाना में दर्ज किया गया है।
कोलकाता में घटना को अंजाम देकर जमशेदपुर पहुचे थे तीनों आरोपी…
जानकारी देते हुए एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि ईरानी गैंग में कुल 15 से 20 सदस्य शामिल है. यह गैंग देश के विभिन्न राज्यों के शहरों में घूम घूम कर लोगों से खुद को पुलिस कर्मी बताकर उनसे गहनों की ठगी कर लेते थे. यह गैंग भाड़े की गाड़ी में घूमकर घटना को अंजाम देते है और फिर दूसरे शहर में चले जाते है. बीते दिनों इस गैंग ने कोलकाता के खिदिरपुर में भी घटना को अंजाम दिया. वहां से पुरुलिया पहुंचे और फिर मंगलवार सुबह पुरुलिया से शहर पहुंचे. इसकी सूचना पुलिस को मिल चुकी थी जिसके बाद ग्रामीण एसपी मुकेश कुमार लुणायत के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. इस दौरान मानगो, आजादनगर, उलीडीह और एमजीएम थाना के पुलिसकर्मी ने मिलकर नाकेबंदी की और तीनो को चेपापुल के पास से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से कुछ पत्थर के टुकड़े भी बरामद किए गए है जिसे ये लोग कीमती पत्थर बताकर लोगों को बेचते थे.
अय्याशी के लिए करते थे लोगों से ठगी…
एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि ये लोग ठगी करने के बाद गहनों को बेचने के लिए अलग से गैंग का संचालन करते थे. इस गैंग का काम ठगी के गहनों को बेचने का होता था. पैसे आने पर उसे बराबर बांटते थे. इस पैसे से महंगे मोबाइल, कपड़े और जूते खरीदकर अय्याशी करते थे. फिलहाल सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.