जमशेदपुर : करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह के हत्या को लेकर लौह नगरी में उत्ताप…
• आगामी 9 मई को महाराणा प्रताप जयंती धूम-धाम से मनाने की गई थी घोषणा !
• पुलिस हेलमेट और सीट बेल्ट के चेकिंग में व्यस्त और क्राईम का ग्राफ बढ़ता जा रहा है :: करणी सेना !
• करीब चार घंटों तक नेशनल हाईवे 33 को उग्र भीड़ ने आवा-गमन अवरोध किया । पुलिस के आश्वासन के बाद अवरोध हटाया ।
दीपक नाग… ✍️
फिर से एक बार लौह नगरी जमशेदपुर में अपराध और अपराधि हुए बेलगाम होने लगा। अपराध रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की सारी प्लांनिंग – मैनेजमेंट को धत्ता बताते हुए अपराधियों ने रविवार कि दिन करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी है । ईस घटना के बाद शहर में सनसनी फैल गई है । इधर विनय सिंह की हत्या के बाद उनके समर्थकों एवं करणी सेना के लोगों ने नेशनल हाईवे संख्या 33 को डिमना चौक के समीप जाम कर दिया था । करीब 2 घंटे बाद देर रात लगभग 1:00 के आसपास ग्रामीण एसपी मौके पर पहुंचे और सड़क जाम कर रहे लोगों से पुलिस – प्रशासन को सहयोग करने की अपील की और भरोसा दिलाया कि जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे उसके बाद लोगों ने सड़क जाम हटा दिया ।
मालूम हो कि करणी सेवा के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह का बॉडी एमजीएम थाना अंतर्गत बालीगुमा स्थित पंजाब ढाबा के समीप खेतिहर मैदान के पास बरामद किया गया । देर शाम तक जब विनय घर वापस नहीं लौटा तो परिवार के लोग स्थानीय थाने में जाकर शिकायत की । पुलिस ने उनके मोबाईल का लास्ट लोकेशन देख कर वहां पहुंचा तो विजय सिंह का मृत शरीर पड़ा हुआ था । घटना स्थल पर एक देशी पिस्टल और मृतक का मोबाईल पड़ा मिला ।खबरों के अनुसार पुलिस के द्वारा एम. जी. एम. अस्पताल से लास को ले जाने के लिए एंबुलेंस को बुलवाए जाने के बाद भी लगभग दो घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाया था ।

ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने बताया कि हत्या हुई है । पुलिस हर मामले की जांच कर रही है । करीब 4 घंटे तक नेशनल हाईवे जाम था ।पुलिस के उचित आश्वासन मिलने के बाद जाम को हटाया गया । करणी समाज के लोगों का कहना है कि, विजय सिंह का न तो कोई अपराधीक बैंक ग्राउंड रहा है और न ही किसी से मन-मुटाव रखने वाले शख्स थे । उनके हत्या को आत्म हत्या साबित करने के लिए मृत देह के पार आग्नेयास्त्र रखा गया । करणी सेना के लोगों का कहना है कि, पुलिस प्रशासन की व्यवस्था पुरी तरह फेल हो चुकी है । अब केवल हेलमेट और सीट बेल्ट चेकिंग करने का एक मात्र काम रह गया है ।
बता दें कि, पुरे देश के हर प्रांत के पुलिस टीम के पास अनेक सुचना तंत्र यानी गुमनामी खबरी लाल रहते न हैं। यह तंत्र जितनी अधिक मजबूत होगी, पुलिस को उतना ही कामयाबी मिलती है। बहरहाल, जिला पुलिस मामले की तहकीकात में जोरों से जुट गई है । देखना है कि, इस कर्मकांड को उद्भेदन करन में कितना सफलता मिल पाता है।