आदिवासी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर शिक्षा व्यवस्था बर्बाद कर रही है झारखंड सरकार: सावित्री मार्डी..
सरायकेला Sanjay। पहले से ही बदहाल झारखंड की शिक्षा-व्यवस्था को वर्तमान सरकार और भी तबाह करने कर तुली हुई है, और एक-एक कर कई ग्रामीण विद्यालयों को योजनाबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है। ऐसा आम आदमी पार्टी की सरायकेला विधानसभा अध्यक्षा सावित्री मार्डी ने कही। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ग्रामीण शिक्षा को लेकर अत्यंत ही लापरवाह है। सावित्री ने ये बयान तोरसिंदरी के एकलव्य आवासीय विद्यालय एवं कुचाई के आश्रम आवासीय विद्यालय के बंद हो जाने पर दिया। उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि ये “चिराग तले अंधेरा” का स्पष्ट उदाहरण है,
क्योंकि प्रदेश के आदिवासी कल्याण मंत्री इसी जिले से विधायक चुने जाते हैं। स्थानीय विधायक व मंत्री, तमाम प्रशासनिक अमला एवं शिक्षा विभाग की लापरवाही का ही परिणाम है कि करारनामे का नवीनीकरण नहीं होने के कारण प्रदेश के विभिन्न जिलों में गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित 30 आवासीय विद्यालयों की ऐसी ही दयनीय स्थिति है। सावित्री ने कहा कि जहाँ तोरसिंदरी एकलव्य विद्यालय को अप्रैल 2022 से राशि का आवंटन नहीं हुआ है, वहीं कुचाई आश्रम विद्यालय को पिछले चार साल से राशि आवंटित नहीं हुई है। कुमारडुंगी में तो भवन तैयार होने के चार वर्ष बाद भी विद्यालय का संचालन व बच्चों का नामांकन नही किया गया है।
सरकार व आदिवासी कल्याण मंत्री को जिम्मेवार ठहराते हुए सावित्री ने कहा कि करारनामे की अनुपस्थिति में राशि निर्गत नहीं होने के कारण विद्यालय-संचालकों को मजबूरन विद्यालय बंद करने पड़ रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप ग्रामीण आदिवासी छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। उन्होंने सरकार को चेताया कि इस विषय पर त्वरित संज्ञान लें, अन्यथा उन्हें छात्र-हित में आन्दोलन करना पड़ेगा।