जमशेदपुर AISMJWA एसोसिएशन के बिहार,झारखंड और बंगाल प्रभारी प्रीतम सिंह भाटिया ने विधानसभा में पूछे गए प्रश्न को शहीद पत्रकारों का मजाक बताया है.उन्होंने कहा है कि ना तो पूछने वाले को संख्या की जानकारी है और ना बताने वाले को यह पता है कि एसोसिएशन द्वारा यह सूची मुख्यमंत्री के हाथों में नाम,जिला और संख्या के साथ दी गई है.
वही प्रीतम सिंह भाटिया ने का की अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़नी होगी। आज झारखंड विधानसभा में दुर्भाग्यपूर्ण घटना यह दर्शाता है कि झारखंड सरकार के मंत्री पत्रकारों के प्रति कितना गंभीर है झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को शहीद पत्रकार की जानकारी नहीं है कि झारखंड में कितने पत्रकार कोरोना काल में समाचार संकलन करने के दौरान मौत हुई है । जबकि लगातार संगठन के द्वारा झारखंड के मंत्री महामहिम राज्यपाल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शहीद पत्रकारों की सूची सौंपी गई है इसके बाद भी इस तरह का सवाल करना अपने पत्रकार साथियों के शहादत की मजाक उड़ाना गंभीर विषय है ।
