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सारंडा-छोटानागरा
पंचायत में अज्ञात रोग से
ग्रसित,छह लोगों की मौत..
पंचायत जनप्रतीनिधियों ने स्वास्थ्य विभाग से,प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सीय टीम जल्द भेजने का किया मांग.
मनोहरपुर (राजकुमार सिंह) : – पश्चिमी सिंहभूम जिला अन्तर्गत मनोहरपुर प्रखंड के सुदूरवर्ती छोटानागरा पंचायत अन्तर्गत जोजोगुटू- रोडु़वा गांव में अज्ञात बीमारी से पिछले एक सप्ताह के अंदर आज तक छह ग्रामीणों की मौत हो गई है. जिससे ग्रामीण लोगों में अज्ञात रोगों से भय व दहशत व्याप्त है.इस बाबत ग्रामीनो से मिली जानकारी के मुताबिक़ विगत कुछ दिनों से छोटानागरा पंचायत के अंतर्गत गाँव व टोला के लोग बुखार, दस्त आदि रोगों से ग्रसित हो रहे हैं और दो-तीन दिन के बाद उनकी मौत हो जा रही है. उन्होंने बताया की छोटानागरा में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है, जहां एक चिकित्सक व कुछ मेडिकल स्टाफ के सहारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चलता है.किंतु स्वास्थ्यकर्मी सप्ताह में दो ही दिन ही अपनी सेवा देते हैं.वहीं चिकित्सा के अभाव में छोटानागरा पंचायत अथवा सारंडा क्षेत्र के ग्रामीण बेहतर इलाज की सुविधा से वंचित है.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सफेद हाथी :- चूँकि छोटानागरा अवस्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ग्रामीणों के लिये सफेद हाथी साबित हो रहा है.वहीं रोग से ग्रस्त ग्रामीण लोग छोटानागरा स्थित एक प्राइवेट दवा दुकान के भरोसे अपना इलाज करा रहें है.तबियत बिगड़ने पर जोजोगुटू के मनोहर देवगम को आज उक्त प्राइवेट दवा केंद्र में भर्ती कराया गया.जहाँ उनका इलाज चल रहा है.चूँकि छोटानागरा स्थित सरकारी अस्पताल में एक भी एम्बुलेंस नहीं है, जिससे बीमार मरीजों को बेहतर इलाज हेतु मनोहरपुर, किरीबुरु, गुवा अथवा चाईबासा स्थित सेल या सरकारी अस्पताल ले जाया जा सके.
माइन्स के दूषित पानी पीने से मौत : दूसरी ओर मनोहरपुर प्रखंड की प्रमुख गुरुवारी देवगम, छोटानागरा पंचायत की मुखिया मुन्नी देवगम, उप मुखिया रमेश हंसदा, मानकी लागुड़ा देवगम, छोटानागरा के मुंडा बिनोद बारिक, जोजोगुटू मुंडा कानूराम देवगम, जामकुंडिया मुंडा, कुशु देवगम, समाजसेवी सुशेन गोप आदि ने भी यहाँ के समस्याओं के बारे बताया कि ग्राम बाईहातु स्थित जल मीनार से सरकार छोटानागरा पंचायत के सभी गांवों में पेयजल आपूर्ति की सुविधा शुरू कराया है,लेकिन दुःख की बात है कि लौहअयस्क मायंस से निकलने वाले प्रदूषण से नदी का लाल पानी को बिना फिल्टर किये आपूर्ति की जा रही है. इस दूषित पानी को पीकर लोग बीमार हो रहे हैं. दूसरी ओर, छोटानागरा में उक्त नया अस्पताल भवन बना है, किंतु चिकित्सक व मेडिकल स्टाफ के अभाव में नियमित चिकित्सा नहीं हो पाता हैं.
जनप्रतिनिधियों की मांग :-
जबकी मनोहरपुर प्रखंड प्रमुख एवं पंचायत जनप्रतीनिधियो ने इस बारे में कई बार जिला प्रशासन से मांग कि है,कि छोटानागरा चिकित्सा केंद्र में चिकित्सक व स्टाफ की स्थायी व्यवस्था की जाये ताकि 24 घंटा स्वास्थ्यकर्मी मरीजों के लिये उपलब्ध रहें. जबकि डीएमएफटी फंड से भी स्वास्थ्यकर्मीयों की नियुक्ति हो सकती है.किंतु स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन इस दिशा में गंभीर नहीं है.उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सीय टीम को जल्द जोजोगुटू व छोटानागरा पंचायत के विभिन्न गांवों में भेजेने एवं हेल्थ कैंप लगाकर मरीजों का इलाज करने कि मांग किया है.अब देखना है कि स्वास्थ्य विभाग प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा टीम कब भेजती है.
अब तक मरने वालो में छोटानागरा पंचायत के जोजोगुटू व रोडुवा में पिछले कुछ दिनों में हुई लोगों की मौत की सूची इस प्रकार हैः-
1. सोमा आइंद (46 वर्ष), पिता अर्जुन आइंद, मौत – 5 जुलाई, तीन दिन से बुखार था.
2. मुंगली देवगम (50 वर्ष), पति बुधराम देवगम, मौत 27 जून, तीन -दिन से बुखार था.
3. पिंकी सुरीन (13 वर्ष), पिता सामु सुरीन, मौत- 12 जुलाई, तीन दिन से बुखार था.
4. कोतो देवगम का 5 वर्षिय लड़का (नाम पता नहीं), मौत- 13 जुलाई, बुखार की वजह से.
5. मिंदी कुई देवगम ( 45 वर्ष, अविवाहित), मौत- 13 जुलाई को मनोहरपुर स्थित सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई. (सभी पांचों मृतक जोजोगुटू गांव निवासी
6. ग्राम रोडुवा निवासी रुईदास चाम्पिया का 7 वर्षीय लड़का (नाम पता नहीं), मौत- 13 जुलाई, बुखार की वजह से.
7. ग्राम बाईहातू का बोमर चांपिया का एक माह का पुत्र की मौत बीमार की वजह से.